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अफगानिस्तान का कीमती खजाना ही उसकी सबसे बड़ी मुसीबत, क्यों कहा जाता है साउथ एशिया का सबसे अमीर देश
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आज जिस अफगानिस्तान में अराजकता फैली है, लोग देश छोड़कर भागने के लिए मजबूर है वह साउथ एशिया का सबसे अमीर देश है। लेकिन आज लोग यहां रहने के लिए तैयार नहीं हैं। द पेंटागन और यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, अफगानिस्तानके खनिज संसाधनों को कम से कम 1 लाख करोड़ रुपए का बताया गया है।
लिथियम का भंडार
यहां लिथियम का बड़ा भंडार है। लिथियम का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक कारों, स्मार्टफोन और लैपटॉप के लिए बैटरियों में किया जाता है।
सोने का भंडार
अफगानिस्तान में सोने के भी भंडार हैं। साल 2006 तक तखर प्रांत में सोने का खनन किया गया था। समती के पंज नदी घाटी में 20 से 25 मीट्रिक टन सोना होने का अनुमान लगाया गया था। माना जाता है कि अफगानिस्तान के साउथ में सोने के बड़े भंडार हैं।
संगमरमर-कीमती पत्थरों का भंडार
अफगानिस्तान में देश के विभिन्न हिस्सों में संगमरमर की काफी मात्रा है। हेरात में कई संगमरमर के कारखाने हैं। काबुल में अमेरिकी दूतावास के अनुसार, अफगान से हर साल $15 मिलियन संगमरमर का निर्यात होता है।
पेट्रोलियम का भंडार
अफगानिस्तान में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस का बड़ा भंडार है। उत्तर में बल्ख और जाज्जान प्रांत के बीच अफगानिस्तान में 1.8 बिलियन बैरल तेल है, जिसकी खोज 2010 में की गई थी।
खनिजों पर चीन की नजर
अफगानिस्तान में खनिजों के इतने ज्यादा भंडार हैं कि कई देशों की नजर इसपर लगी हुई है। इन देशों में चीन भी है। अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद सबसे बड़ा सवाल यही है कि तालिबान दुनिया के बड़े खनिज भंडार पर बैठा है। ऐसे में देखना होगा कि वह इसका इस्तेमाल कैसे करता है।
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