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- ...तो रुचि सोया के बाद अब कोरोना की इस दवाई से मार्केट में तहलका मचा देंगे बाबा रामदेव
...तो रुचि सोया के बाद अब कोरोना की इस दवाई से मार्केट में तहलका मचा देंगे बाबा रामदेव
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पिछले कुछ सालों के दौरान बाजार में जिस तरह से पतंजलि के आयुर्वेदिक प्रोडक्ट ने साख बनाई है उसे देखते हुए यह कहने में दिक्कत नहीं कि महामारी के बीच "कोरोनिल किट" को हाथोंहाथ लिया जाए। अगर बाबा रामदेव के दावे पुख्ता हैं तो न सिर्फ भारतीय बाजार बल्कि भारतीय सीमा से बाहर भी पतंजलि की दवाई की मांग होगी। हालांकि आयुष मंत्रालय और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने दावों पर कुछ नहीं कहा है।
कोरोनिल किट दरअसल, तीन दवाइयों का पैक है। इसमें दो दवाइयां टैबलेट और एक लिक्विड फॉर्म में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक रोजाना तीन टैबलेट तीन बार में खाना है। जबकि लिक्विड को नाक में डालना है। दवाई की किट 8-10 दिन में बाजार में उपलब्ध हो जाएगी। पतंजलि आयुर्वेद ने इसकी कीमत फिलहाल 545 रुपये तय किया है। एक किट में 30 दिन का डोज़ है।
गौर करने वाली बात यह है कि अभी तक तमाम रिसर्च में दुनिया किसी एक दवाई पर एकमत नहीं पाई जिससे कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा सके। कई वैक्सीन पर काम हो रहा है मगर उसे तैयार नहीं किया जा सका है। दुनियाभर में कोरोना का इलाज अलग-अलग मेथड और फॉर्मूले के तहत किया जा रहा है।
(फाइल फोटो)
हाल में रुचि सोया की कारोबारी सफलता के बाद "कोरोनिल टैबलेट" से पतंजलि आयुर्वेद मार्केट में धाक जमा सकता है। बताते चलें कि हाल ही में पतंजलि ने दिवालिया प्रक्रिया के तहत रुचि सोया को खरीदा था। पतंजलि आयुर्वेद ने अपने पहले अधिग्रहण के तहत दिसंबर 2019 में 4,350 करोड़ रुपए में रुचि सोया को खरीदा था।
तब कर्ज में डूबी रुचि सोया की हालत स्टॉक मार्केट में बेहद खराब थी। जनवरी 2020 में एक स्टॉक की कीमत महज 17 रुपये थी। लेकिन पतंजलि का नाम जुड़ते ही रुचि सोया के भाव हर रोज आसमान की ओर बढ़ते गए। इस वक्त एनएसई में एक शेयर की कीमत 1,312.80 रुपये है।
रुचि सोया की कीमतें अब भी रोजाना ऊपर की ओर ही बढ़ रही हैं। रुचि सोया में जिन लोगों ने निवेश किया था और उनके पास स्टॉक्स की अच्छी संख्या थी कुछ ही महीनों में लाखों-करोड़ों के मालिक बन चुके हैं। जाहिर सी बात है कि पतंजलि आयुर्वेद ने रुचि सोया से स्टॉक मार्केट से खूब पैसे बटोरे।
अब पतंजलि आयुर्वेद "कोरोनिल टैबलेट" के जरिए रिटेल मार्केट से बढ़िया कारोबार कर सकती है। टैबलेट को लेकर कंपनी का दावा है कि ये 5 से 14 दिन में किसी मरीज को ठीक कर देगी।
पतंजलि आयुर्वेद के मुताबिक साइंटिस्ट और रिसरचर्स के प्रयास के बाद इसे ट्रायल में अच्छी तरह से जांचा-परखा गया है। टैबलेट में अश्वगंधा, गिलोय, अणु तेल, श्वसारि रस और तुलसी जैसी जड़ी-बूटियों को मिलाया गया है। अब देखना है कि पतंजलि आयुर्वेद के दावे "कोरोनिल किट" के रूप में कितने कारगर होते हैं।