- Home
- Business
- Money News
- खुशखबरी: महामारी में बेरोजगार हुए मजदूरों को 5000 देगी केजरीवाल सरकार, यहां दर्ज करें अपना नाम
खुशखबरी: महामारी में बेरोजगार हुए मजदूरों को 5000 देगी केजरीवाल सरकार, यहां दर्ज करें अपना नाम
नई दिल्ली. कोरोना महामारी को आम जनता के बीच फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। लॉकडाउन कुछ राज्यों में 30 मई तक बढ़ा दिया गया है। काम धंधा ठप्प होने के बाद लाखों की तादाद में मजदूर पैदल ही घरों को लौटने लगे। मार्च में लगाए लॉकडाउन के बाद मई महीने तक लगातार मजदूर सड़कों पर पैदल चलते नजर आ रहे हैं। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन के बीच एक बार फिर कंस्ट्रक्शन मजदूरों की आर्थिक मदद करने का ऐलान किया है।
| Published : May 17 2020, 03:03 PM IST / Updated: May 17 2020, 03:13 PM IST
- FB
- TW
- Linkdin
सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कंस्ट्रक्शन का काम करने वाले मजदूरों को इस महीने एक बार फिर से दिल्ली सरकार 5000 रुपये की सहायता राशि देगी। इसके लिए कंस्ट्रक्शन मजदूरों को दिल्ली सरकार की ओर से लॉन्च किए गए पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा।
दिल्ली के सभी रजिस्टर्ड कंस्ट्रक्शन कर्मचारियों के खातों में पांच हजार रुपये की दूसरी किस्त दी जाएगी। गोपाल राय ने कहा कि पिछले महीने सरकार ने रजिस्टर्ड कंस्ट्रक्शन मजदूरों के खाते में 5 हजार रुपये ट्रांसफर किए थे।
दिल्ली सरकार ने कंस्ट्रक्शन के काम में लगे मजदूरों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि जिन मजदूरों का रजिस्ट्रेशन/ रजिस्ट्रेशन का नवीनीकरण नहीं हुआ है, वो इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए दिल्ली सरकार की e-district साइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
बता दें कि कोरोना के खतरे को देखते हुए सरकार ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू की है। लॉकडाउन बढ़ता देख सरकार ने मजदूरों के लिए ये सहायता राशि सीधे दी जाएगी। जो इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं वो भी रजिस्ट्रेशन करके मदद ले सकते हैं।
बता दें कि इससे पहले दिल्ली के श्रम मंत्री गोपाल राय ने भी जानकारी देते हुए कहा था कि सरकार ने फैसला लिया है कि श्रम विभाग में पंजीकृत कंस्ट्रक्शन मजदूरों के खाते में इस माह फिर 5-5 हजार रुपये भेजे जाएंगे। इससे दिल्ली में रहने वाले करीब 40 हजार मजदूर लाभान्वित होंगे। इन मजदूरों को पिछले माह भी सरकार ने 5-5 हजार रुपये की सहायता राशि दी थी।