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फेसबुक-जियो में गठजोड़, मुकेश अंबानी ने गूगल संग एयरटेल की पार्टनरशिप को दिया कारोबारी 'जवाब'
बिजनेस डेस्क: मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो में फेसबुक ने बुधवार सुबह एक बड़े निवेश का ऐलान किया है। फेसबुक ने जियो में 5.7 बिलियन डॉलर (43,574 करोड़ रुपये) का निवेश किया है। इस तरह फेसबुक ने रिलायंस जियो की 9.99 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है। इस डील को लेकर बीते कई महीनों से अटकलें चल रहीं थी। 24 मार्च 2020 को लंदन के अखबार फाइनेंशियल टाइम्स में छपे एक रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया था।
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जियो अब रिलायंस की सबसे बड़ी शेयरहोल्डर
इस बड़ी डील के बाद फेसबुक अब जियो की सबसे बड़ी शेयरहोल्डर बन गई है। इस सौदे से रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह को अपने कर्ज का बोझ कम करने में मदद मिलेगी तथा फेसबुक की भारत में स्थिति और मजबूत होगी। उसके लिए उपयोगकर्ताओं आधार के लिहाज से भारत इस समय भी सबसे बड़ा बाजार है। जियो प्लेटफार्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जो तमाम प्रकार की डिजिटल सेवाएं प्रदान करती है। इसके ग्राहकों की संख्या 38.8 करोड़ से अधिक है।
भारती एयरटेल और गूगल क्लाउड की भी पार्टनरशिप
मालूम हो कि इस साल की शुरुआत में, टेलिकॉम ऑपरेटर भारती एयरटेल और गूगल क्लाउड ने भी पार्टनरशिप करते हुए देश में छोटे और मध्यम आकार के व्यवसायों (SMB) को G-Suite की पेशकश करने की घोषणा की थी। G-Suite गूगल के ऐप्स का एक सेट है जिसमें जीमेल, डॉक्स, ड्राइव, कैलेंडर आदि ऐप्स शामिल हैं।
रिलायंस की माइक्रोसॉफ्ट के साथ साझेदारी
2019 में भी रिलायंस ने माइक्रोसॉफ्ट के साथ 10 साल के लिए एक डील की जिसके तहत माइक्रोसॉफ्ट अपने 'Azure' क्लाउड प्लेटफार्म के जरिए जियो को भारत में कई बड़े डेटा सेंटर स्थापित करने में मदद करेगा।इसके साथ जियो ने माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड सर्विस प्लेटफार्म से जुड़ने के लिए किसी भी स्टार्टअप को मुफ्त से लेकर 1500 रूपये महीने के हिसाब से सर्विस देने की भी घोषणा की थी। जियो ने इसके अलावा आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, ऑनलाइन लर्निंग समेत कई बिजनेस पर निवेश किया है।
नए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म 'जियोमार्ट' पर काम कर रही रिलायंस
रिलायंस भी भारत के लाखों किराना दुकानदारों को अपने साथ जोड़ने की महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रही है। इसके लिए उसने अपना नया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म 'जियोमार्ट' बनाया है । फेसबुक के साथ डील से उसके लिए फेसबुक मैसेंजर और वॉट्सऐप के द्वारा किराना दुकानदारों को सपोर्ट देना आसान हो जाएगा।
इतनी है जियो प्लेटफार्म की वैल्यू
रिलायंस के एक बयान में कहा, ''आज हम रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के जियो प्लेटफार्म्स लिमिटेड में 5.7 अरब अमेरिकी डॉलर या 43,574 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा कर रहे हैं, जिससे फेसबुक इसका सबसे बड़ा शेयरधारक बन जाएगा। रिलायंस ने कहा कि फेसबुक के निवेश में जियो प्लेटफार्म्स का कीमत 4.62 लाख करोड़ रुपये आंकी गई। रिलायंस इंडस्ट्रीज के दूरसंचार नेटवर्क जियो की शत प्रतिशत हिस्सेदारी जियो प्लेटफार्म्स लिमिटेड के पास है। बयान में कहा गया है कि जियो प्लेटफार्म्स में फेसबुक की हिस्सेदारी 9.99 प्रतिशत होगी।
डील पर क्या बोले मुकेश अंबानी
आरआईएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने फेसबुक के साथ साझेदारी पर कहा, ''मुकेश अंबानी ने कहा है कि जियो और फेसबुक के बीच साझेदारी से प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया मिशन को और मजबूती मिलेगी। इससे ईज ऑफ लिविंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भी सुविधा होगी। कोरोना के बाद देश की अर्थव्यवस्था तेजी से विकास करेगी और जियो-फेसबुक के बीच हुई यह साझेदारी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
डील पर क्या बोले मार्क जुकरबर्ग
इस डील के बाद जुकरबर्ग ने कहा, मैं मुकेश अंबानी और पूरी जियो टीम को उनकी साझेदारी के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं नई डील को लेकर बहुत उत्साहित हूं। वहीं रिलायंस ने एक अलग बयान में कहा कि फेसबुक ने Jio प्लेटफॉर्म्स पर 4.62 लाख करोड़ रुपये के प्री-मनी एंटरप्राइज वैल्यू मानकर निवेश किया।
रिलायंस की 2021 तक कर्जमुक्त होने की प्लानिंग
रिलायंस समूह अपने तेल-रसायन कारोबार में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए सऊदी अरामको के साथ बातचीत भी कर रही है। समूह अगले साल यानि 2021 तक अपने 1.5 लाख करोड़ रुपए के कर्ज को शून्य पर लाना चाहती है। जियो में हिस्सेदारी के लिए कथित तौर पर गूगल से भी बातचीत की जा रही थी, लेकिन उन बातचीत के नतीजे के बारे में जानकारी फिलहाल नहीं है। ताजा सौदा जियो और फेसबुक दोनों के लिए फायदेमंद है क्योंकि चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट बाजार है।
भारत में कितना है फेसबुक-जियो का यूजरबेस
गौरतलब है कि भारत में जियो की शुरुआत 2016 में हुई थी। धीरे-धीरे इसने टेलिकॉम इंडस्ट्री में अपनी धाक जमा ली। टेलिकॉम और ब्रॉडबैंड से लेकर ई कॉमर्स में इसने अपना विस्तार किया और 38 करोड़ ग्राहकों तक पहुंच गई। वहीं, भारत भी फेसबुक और उसके मैसेजिंग प्लेटफॉर्म वॉट्सऐप के लिए एक बड़ा मार्केट है। भारत में फेसबुक के 400 मिलियन यूजर्स हैं । कंसल्टेंसी पीडब्ल्यूसी के अनुसार, भारत में साल 2022 में इंटरनेट यूजर्स की संख्या बढ़कर 850 मिलियन होने की उम्मीद है।