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इस धनतेरस पर सोना खरीदना हो तो कर सकते हैं Gold ETF में निवेश, जानें इसके फायदे
बिजनेस डेस्क। अब दीपावली का त्योहार आने वाला है। इसके पहले धनतेरस पर सोना या कोई बहुमूल्य धातु खरीदने की परंपरा रही है। आम तौर पर इस मौके पर लोग सोने के गहने खरीदते हैं। सोना में निवेश करना हमेशा फायदे का सौदा रहता है। इसे एक सुरक्षित निवेश माना गया है। समय के साथ गोल्ड में निवेश के तरीके भी बदलते जा रहे हैं। इस धनतेरस पर अगर आप सोना खरीदना चाहते हैं, तो गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) में भी निवेश कर सकते हैं। गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने से अच्छा-खासा मुनाफा होता है। जानें इसके बारे में।
(फाइल फोटो)
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सुरक्षित है निवेश
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) पिछले कुछ महीनों में सुरक्षित निवेश के रूप में लोगों की पसंद बन गया है। कोरोनावायरस महामारी के दौर में निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ में ज्यादा निवेश किया है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स में सितंबर तिमाही में 2,426 करोड़ रुपए का निवेश हुआ। एक साल पहले की समान तिमाही में इसमें 172 करोड़ रुपए का निवेश हुआ था।
(फाइल फोटो)
9 महीने में 5,957 करोड़ का निवेश
जनवरी में 202 करोड़, फरवरी में 1,483 करोड़, मार्च में 195 करोड़ रुपए की मुनाफा वसूली, अप्रैल में 731 करोड़, मई में 815 करोड़, जून में 494 करोड़, जुलाई में 921 करोड़, अगस्त में 908 करोड़ और सितंबर में 597 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है।
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क्या है गोल्ड ईटीएफ
गोल्ड में निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका गोल्ड ईटीएफ खरीदना है। यह एक ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड होता है। यह सोने के गिरते-चढ़ते भावों पर बेस्ड होता है। ईटीएफ बहुत ज्यादा कॉस्ट इफेक्टिव होता है। एक गोल्ड ईटीएफ यूनिट का मतलब है कि 1 ग्राम सोना। यह पूरी तरह से शुद्ध होता है। यह गोल्ड में इन्वेस्टमेंट के साथ स्टॉक में इन्वेस्टमेंट की फ्लेक्सिबिलिटी देता है। गोल्ड ईटीएफ की खरीद और बिक्री शेयर की ही तरह बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) पर की जा सकती है।
(फाइल फोटो)
गोल्ड ईटीएफ के फायदे
गोल्ड ईटीएफ यूनिट्स को शेयरों की तरह खरीदा जा सकता है। इसमें फिजिकल गोल्ड के मुकाबले कीमत कम होती है। इसके साथ ही 100 फीसदी शुद्धता की गारंटी मिलती है। इसमें फिजिकल गोल्ड की तरह रख-रखाव और सुरक्षा की चिंता नहीं होती है।
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मिलता है बेहतर रिटर्न
गोल्ड ईटीएफ में लंबी अवधि में निवेश से अच्छा रिटर्न मिलता है। इसमें सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए निवेश की भी सुविधा है। शेयर बाजार में निवेश के मुकाबले गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) में निवेश कम उतार-चढ़ाव वाला होता है। गोल्ड ईटीएफ में सोने की शुद्धता को लेकर कोई दिक्कत नहीं होती।
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ऑनलाइन खरीद सकते हैं गोल्ड ईटीएफ
गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) को डीमैट अकाउंट के जरिए ऑनलाइन खरीद सकते हैं। इसे कोई जब चाहे, खरीद और बेच सकता है। गोल्ड ईटीएफ में निवेश की शुरुआत 1 ग्राम गोल्ड से भी की जा सकती है। टैक्स के मामले में फिजिकल गोल्ड से यह सस्ता है। गोल्ड ईटीएफ पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स चुकाना होता है। गोल्ड ईटीएफ का इस्तेमाल लोन लेने के लिए सिक्योरिटी के तौर पर भी किया जा सकता है। सोने के गहने पर मेकिंग चार्ज देना होता है, लेकिन गोल्ड ईटीएफ में ऐसा नहीं होता है।
(फाइल फोटो)
कैसे कर सकते हैं निवेश
गोल्ड ईटीएफ में निवेश के लिए कम से कम एक यूनिट गोल्ड खरीदना जरूरी होता है। हर यूनिट 1 ग्राम की होती है। गोल्ड ईटीएफ की खरीददारी शेयरों की ही तरह होती है। मौजूदा ट्रेडिंग खाते से ही गोल्ड ईटीएफ खरीदा जा सकता है। गोल्ड ईटीएफ की यूनिट डीमैट खाते में जमा होती है। ट्रेडिंग खाते के जरिए ही गोल्ड ईटीएफ को बेचा जाता है।
(फाइल फोटो)
आगे भी है मुनाफे की संभावना
पिछले एक साल में गोल्ड ईटीएफ में बेहतर रिटर्न मिलने की वजह से इसमें निवेश बढ़ा है। दुनियाभर में कोरोनावायरस संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इससे बैंकों की ब्याज दर नीचे हो रही है, लेकिन शेयर बाजार कोरोनावायरस महामारी के पहले के स्तर पर पहुंच चुके हैं। ऐसे में, गोल्ड में निवेश पर आगे भी अच्छा रिटर्न मिल सकता है। गोल्ड मार्केट के एक्सपर्ट्स का मानना है कि आर्थिक अनिश्चितता के कारण गोल्ड में निवेश बढ़ा है।
(फाइल फोटो)