PPF में निवेश कर हासिल कर सकते हैं अच्छा रिटर्न, जानें इसके 5 बड़े फायदे
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ब्याज दर है बेहतर
पीपीएफ अकाउंट में निवेश करने पर दूसरी स्कीम्स की तुलना में ज्यादा ब्याज मिलता है। पीपीएफ में ब्याज दर हमेशा 7 से 8 फीसदी रही है। सरकार हर तिमाही में ब्याज दर में संशोधन करती है। बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम्स से इसमें मिलने वाला ब्याज हमेशा ज्यादा रहा है। अप्रैल से जून 2020 तिमाही के लिए सरकार ने 7.1 फीसदी ब्याज दर घोषित की थी।
मेच्योरिटी के बाद भी बढ़ा सकते टेन्योर
इस स्कीम में मेच्योरिटी की अवधि 15 साल की है। इसके बाद सब्सक्राइबर टैक्स छूट के तहत मिलने वाली राशि को विद्ड्रॉ कर सकते हैं। सब्सक्राइबर चाहें तो इसे 5 साल और बढ़ाने के लिए अप्लाई कर सकते हैं। वे स्कीम में कॉन्ट्रिब्यूशन जारी रखना चाहते हैं या नहीं, यह विकल्प भी उनके सामने मौजूद होता है।
टैक्स में लाभ
पब्लिक प्रोविडेंट फंड में इनकम टैक्स अधिनियम के सेक्शन 80C के तहत टैक्स में छूट का लाभ मिलता है। इस स्कीम में निवेश करने पर 1.5 लाख रुपए तक टैक्स में लाभ लिया जा सकता है। पीपीएफ में हासिल ब्याज और मेच्योरिटी की राशि, दोनों पर टैक्स में छूट मिलती है।
सुरक्षित निवेश
सरकार समर्थित स्कीम होने की वजह से सब्सक्राइबर्स को पीपीएफ में निवेश करने पर पूरी सुरक्षा मिलती है। इसमें मिलने वाले ब्याज पर सॉवरेन गारंटी होती है। बैंकों की तुलना में इसमें किए गया निवेश पूरी तरह सुरक्षित होता है। इसकी तुलना में बैंक डिपॉजिट पर डिपॉजिट इन्श्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) द्वारा 1 लाख रुपए तक की राशि पर बीमा मिलता है।
कर्ज लेने की सुविधा
पीपीएफ अकाउंट में निवेश करने पर सब्सक्राइबर इससे कर्ज भी ले सकते हैं। कर्ज लेने की सुविधा अकाउंट खोलने के तीसरे और छठे साल में मिल सकती है। यह योजना उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो कम समय के लिए लोन लेना चाहते हैं।