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Post Office की इस स्कीम में दोगुने मुनाफे के साथ मिल रही है टैक्स में भी छूट, जानें डिटेल्स
बिजनेस डेस्क। आजकल छोटी बचत के निवेश के लिहाज से पोस्ट ऑफिस की स्कीम्स बेहतर साबित हो रही हैं। बैंकों में पिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और रिकरिंग डिपॉजिट (RD) पर ब्याज दर घटती जा रही है। वहीं, पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग्स स्कीम में निवेश करने पर बैंकों की एफडी और आरडी से बेहतर रिटर्न मिल जाता है। हर किसी की चाहत होती है कि उसकी जमा राशि पर ज्यादा से ज्यादा पैसा मिले, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसके लिए जोखिम उठाना पड़ता है। ज्यादा रिटर्न हासिल करने के लिए जोखिम उठाना सबके लिए संभव नहीं है। लेकिन पोस्ट ऑफिस की एक ऐसी स्कीम है, जिसमें बिना किसी जोखिम के अपने निवेश को दोगुना किया जा सकता है। साथ ही इसमें टैक्स में भी छूट मिलती है।
(फाइल फोटो)
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नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में निवेश
नेशनल सेविंग सर्टिफेकेट (NSC) भारत सरकार की ओर से जारी की गई लघु बचत योजना है। इसका संचालन पोस्ट ऑफिस से होता है। इस योजना में कम्पाउंड इंटरेस्ट रेट मिलता है। इस वजह से इस स्कीम में निवेश करने पर ज्यादा रिटर्न मिलता है।
(फाइल फोटो)
कितनी राशि से कर सकते हैं निवेश
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) से जुड़ी एक खास बात यह है कि इसमें सिर्फ 100 रुपए से भी निवेश किया जा सकता है। एनएससी के सर्टिफिकेट 100 रुपए, 500 रुपए, 1000 रुपए और 5000 रुपए के मिलते हैं। इसमें निवेश करने की कोई सीमा नहीं तय की गई है। कोई भी अपनी क्षमता के मुताबिक चाहे जितनी राशि का एनएससी खरीद सकता है।
(फाइल फोटो)
कौन कर सकता है निवेश
इस स्कीम में कोई भी निवेश कर सकता है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट को अपने बच्चों के नाम पर भी खरीदा जा सकता है। इसे फैमिली के किसी मेंबर के नाम पर भी खरीद सकते हैं।
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मेच्योरिटी पीरियड
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट की मेच्योरिटी पीरियड 5 साल की होती है। इसमें हर साल ब्याज जुड़ता है और कम्पाउंड इंटरेस्ट रेट होने की वजह से यह पैसा लगातार बढ़ता जाता है। अगर आप 100 रुपए का एनएससी खरीदते हैं, तो 5 साल के बाद यह 144 रुपए की हो जाएगा।
(फाइल फोटो)
टैक्स में छूट
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट खरीदने पर टैक्स में भी छूट मिलती है। टैक्स पर यह छूट सिर्फ 1.5 लाख रुपए तक के निवेश पर ही मिलती है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में निवेश करने पर टीडीएस नहीं कटता है।
(फाइल फोटो)
पूरी तरह सुरक्षित है यह स्कीम
यह एक सरकारी स्कीम है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में पैसा लगाने पर वह पूरी तरह सुरक्षित होता है। इसमें जो रिर्टन तय होता है, वह जरूर मिलता है। इसके अलावा, इस स्कीम में निवेश कर के आप निश्चिंत हो सकते हैं। इसमें रिटर्न हासिल करने के लिए ज्यादा भागदौड़ नहीं करनी पड़ती है।
(फाइल फोटो)
कहां से खरीद सकते हैं सर्टिफिकेट
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट आप अपने नजदीकी किसी भी पोस्ट ऑफिस से खरीद सकते हैं। इसे खरीदने की प्रक्रिया बेहद आसान है। इसे खरीदने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज आपको साथ रखने होंगे। इसके लिए एक फॉर्म भरना पड़ता है, जिसमें नाम, पता, पहचान पत्र की जानकारी देनी होगी। इसके साथ ही निवेश की जाने वाली राशि का उल्लेख करना होगा। इसे नकद भुगतान या चेक के जरिए भी खरीदा जा सकता है।
(फाइल फोटो)
हर तीन महीने पर बदलती है ब्याज दर
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट की खास बात यह है कि इसमें हर 3 महीने पर ब्याज दर बदली जाती है या फिर से निर्धारित की जाती है। इसलिए निवेशक को घटती-बढ़ती ब्याज दरों के साथ निवेश की राशि में भी बदलाव करना चाहिए।
(फाइल फोटो)
दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर की सुविधा
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर भी किया जा सकता है। यही नहीं, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट के प्रमाण पत्र को किसी दूसरे व्यक्ति को हस्तांतरित भी कर सकते हैं। इस स्कीम में दो व्यक्ति मिल कर भी निवेश कर सकते हैं। लेकिन अप्रवासी भारतीय और हिंदू अनडिवाइडेड फैमिली को इस स्कीम का लाभ नहीं मिल सकता।
(फाइल फोटो)
मेच्योरिटी के पहले भी निकाल सकते हैं पैसा
इस स्कीम की मेच्योरिची पीरियड 5 साल की है, लेकिन 1 साल के बाद भी आप इससे राशि निकाल सकते हैं। समय से पहले पैसा निकालने पर पेनल्टी देनी होती है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर बैंक और दूसरे फाइनेंशियल संस्थानों से कर्ज भी लिया जा सकता है। इसमें चेकबुक की भी सुविधा मिलती है।
(फाइल फोटो)