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ये हैं infosys के चेयरमैन की वाइफ, 61 की उम्र में भी दिखती हैं ऐसी-समाजसेवा में करोड़ों कर चुकी हैं दान
बिजनेस डेस्क : इंफोसिस के चेयरमैन नंदन नीलेकणि (Nandan Nilekani) 2 जून को अपना 66वां जन्मदिन मना रहे हैं। 2009 में मनमोहन सरकार में UIDAI (यूनीक आइडेंटीफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के चेयरमैन और कैबिनेट मंत्री रहे नंदन नीलेकणि आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। वह एक इनोवेटर, टेक्नोक्रैट, इनवेस्टर, मेंटॉर और विजनरी हैं। उनकी लीडरशिप में इंफोफिस ने कई मुकाम हासिल किए। सिर्फ शानदार बिजनेसमैन ही नहीं वह एक सरल और सुलझे हुए इंसान भी हैं।उनके साथ-साथ उनकी पत्नी रोहिणी नीलेकणि (Rohini Nilekani) भी समाज सेवा के कामों में लगी रहती हैं। आइए आज आपको मिलवाते हैं, नंदर नीलेकणि की वाइफ और उनकी पर्सनल लाइफ से...
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66 के हुए infosys के चेयरमैन
2 जून 1955 को बेंगलुरु में पैदा हुए नंदन नीलेकणि बचपन से ही काफी होशियार थे। उन्होंने बेंगलुरु के ही बिशप कॉटन बॉयज स्कूल, सेंट जोसेफ हाई स्कूल और पीयू कॉलेज धारवाड़ से शुरुआती पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने IIT बॉम्बे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली। इसी दौरान उनकी मुलाकात रोहिणी नीलकेणि से हुई जिसके बाद दोनों ने शादी की।
1981 में रखीं infosys की नींव
एन आर नारायणमूर्ति ने 1981 में पटनी कंप्यूटर्स छोड़कर पांच लोगों के साथ मिलकर इंफोसिस की नींव रखी, उन पांच लोगों में नंदन नीलेकणी भी शामिल थे। सभी ने मिलकर इंफोसिस को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। 2002 में उन्होंने नंदन नीलेकणी को इंफोसिस का CEO बनाया और उन्होंने 5 साल में कंपनी का मुनाफा 6 गुना तक बढ़ा दिया। हालांकि 2007 में उन्होंने अपना पद छोड़ दिया।
नंदन को जाता है आधार कार्ड का श्रेय
जुलाई 2009 में नंदन यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) के चेयरमैन बन गए। यूपीए सरकार की आधार कार्ड योजना का श्रेय नंदन नीलेकणि को जाता है। हालांकि, 2014 में उन्होंने यूआईडीएआई के चेयरमैन पद से इस्तीफ दे दिया और कांग्रेस के टिकट पर दक्षिण बेंगलुरु सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।
10 साल बाद infosys में वापसी
2017 में उन्होंने एक बार फिर इंफोसिस के चेयरमैन की कमान संभाल ली। नंदन नीलेकणी एक हंसमुख और खुशमिजाज इंसान हैं। उनकी तरह उनकी वाइफ भी बहुत ही शालीन हैं।
कौन हैं नंनद नीलेकणि की वाइफ
ननंद नीलेकणि का वाइफ रोहिणी नीलेकणी एक राइटर और सोशल वर्कर हैं। वह अर्घ्यम फाउंडेशन की संस्थापक-अध्यक्ष भी हैं, जो पानी और स्वच्छता के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करती है। उन्होंने अक्षरा फाउंडेशन की भी अध्यक्षता की, जो बच्चों की शिक्षा पर काम करती है।
150 करोड़ से ज्यादा दान कर चुकी हैं, रोहिणी
भारत के सबसे बड़े दानियों में नंदन नीलकेणी की पत्नी रोहिणी दूसरे नंबर पर रही हैं। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया था, कि वे 150 करोड़ रुपये दान कर चुकी हैं।
अपनी आधी संपत्ति दान देंगे नंदन-रोहिणी
साल 2017 में नीलकेणी दंपति ने अपनी आधी संपत्ति दान करने का निर्णय लिया था। उन्होंने गिविंग प्लेज की वेबसाइट पर अपने हस्ताक्षर वाला शपथ पत्र अपलोड किया था, जिसमें उन्होंने बिल गेट्स और मेलिंडा गेट्स का शुक्रिया अदा किया था। उन्हीं से नंदन और रोहिणी को दान करने की प्रेरणा मिली थी।
61 की उम्र में भी बहुत खूबसूरत हैं रोहिणी
नंदन नीलेकणि की वाइफ एक परोपरकारी महिला होने के साथ-साथ बेहद खूबसूरत भी हैं। उनका जन्म 1960 में हुआ था। आज 61 साल की उम्र में भी उनका जवाब नहीं है। उन्हें प्यार से घर में नोनी बुलाया जाता है।
दो बच्चों के पेरेंट्स हैं नंदन-रोहिणी
नंदन नीलेकणि के दो बच्चे हैं, जिनका नाम निहार और जाह्नवी नीलकेणी हैं। दोनों बच्चों की शादी हो चुकी है।