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Ola-Siemens डील : तमिलनाडु में बन रहा है स्कूटर मैन्युफैक्चरिंग प्लान्ट, 10 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
बिजनेस डेस्क। भारत की राइड शेयरिंग कंपनी ओला (Ola) इलेक्ट्रिकल व्हीकल (EV) मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में सामने आ रही है। ओला ने बुधवार को तमिलनाडु में भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर मैन्युफैक्चरिंग प्लान्ट लगाने के लिए सीमेंस (Siemens) कंपनी से समझौता किया है। दोनों कंपनियां साझेदारी में भारत का सबसे विकसित इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग प्लान्ट लगाएगी। इस पर करीब 2400 करोड़ रुपए की लागत आएगी। बता दें कि ओला ने पिछले महीने दिसंबर 2020 में ही यह प्लान्ट लगाने के लिए तमिलनाडु सरकार के साथ 2400 करोड़ रुपए की डील को फाइनल किया था।
(फाइल फोटो)
| Published : Jan 21 2021, 02:31 PM IST
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यह स्कूटर मैन्युफैक्चरिंग प्लान्ट पूरी तरह नई टेक्नोलॉजी पर आधारित होगा। इसकी सालाना उत्पादन क्षमता करीब 20 लाख यूनिट होगी। इसमें अलग-अलग तरह के 5 हजार रोबोट काम करेंगे। इस प्लान्ट में आधुनिक रोबोटिक्स टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा। (फाइल फोटो)
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ओला और सीमेंस कंपनियों का कहना है कि प्लान्ट शुरू हो जाने के बाद इसमें करीब 10 हजार लोगों को रोजगार मिल सकता है। सालाना 20 लाख यूनिट की प्रोडक्शन क्षमता वाला यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर मैन्युफैक्चरिंग प्लान्ट होगा। यह ओला का ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब होगा। यहां यूरोप, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बाजारों को ध्यान मे रखते हुए उत्पादन किया जाएगा। (फाइल फोटो)
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ओला का कहना है कि यह भारत का सबसे आधुनिक प्लान्ट होगा। यहां जो टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जाएगी, वह भारत में कहीं नहीं इस्तेमाल की जाती है। कंपनी का कहना है कि इस प्लान्ट में 5 हजार रोबोट काम करेंगे। ये रोबोट अलग-अलग तरह के काम करेंगे। सीमेंस से साझेदारी के तहत ओला सीमेंस की इंटिग्रेटेड डिजिटल ट्विन डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग सॉल्यूशन्स का इस्तेमाल कर सकेगी। (फाइल फोटो)
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कंपनी का कहना है कि इस प्लान्ट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक के जरिए काम किया जाएगा। ओला अभी भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंजन और टेक स्टैक का इस्तेमाल करती है। इस तकनीक के जरिए मैन्युफैक्चरिंग प्रॉसेस पर पूरी तरह नजर रखी जाएगी और ऑटोमेशन के साथ ही क्वालिटी कंट्रोल का काम भी आसानी से हो सकेगा। (फाइल फोटो)
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कंपनी का कहना है कि प्लान्ट के अंदर रॉ मैटेरियल को एक जगह से दूसरी जगह तक ले जाने का काम और प्रोडक्शन लाइन पर स्कूटर की फिनिशिंग से लेकर तैयार स्कूटर्स को ट्रक पर लोड करने का सारा काम पूरी तरह ऑटोमैटिक होगा। कंपनी का मानना है कि ओला की वर्कफोर्स एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के साथ काम करने में पूरी तरह सक्षम है। (फाइल फोटो)
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कंपनी मार्केटिंग के लिए बहुत बड़ा नेटवर्क तैयार करने जा रही है। कंपनी का सेल नेटवर्क भारत के हर हिस्से के साथ दुनिया के तमाम प्रमुख देशों में होगा। ओला का यह प्रोडक्ट पूरी तरह इंटरनेशनल स्टैंडर्ड को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है। कंपनी का मानना है कि उसके प्रोडक्ट की देश के साथ ही विदेशों में भी भारी मांग होगी। (फाइल फोटो)