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कोरोना संकट में पड़ गई हो जरूरत तो इस स्कीम में समय से पहले निकाल सकते हैं पैसा, जानें क्या करना होगा
बिजनेस डेस्क। कोरोना महामारी के इस दौर में बहुत लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं। ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है, जिनकी सैलरी में कटौती हुई है। इस महामारी और लॉकडाउन की वजह से कारोबार में मंदी छा गई और लोगों की इनकम कम हुई है। कोरोना महामारी की वजह से ज्यादातर लोग आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं। ऐसे वक्त में पहले से जमा किया गया पैसा ही काम आता है। जब लोगों के पास और कोई दूसरा चारा नहीं रह जाता तो वे अपनी बचत का पैसा निकालना चाहते हैं। ज्यादातर लोग भविष्य की सुरक्षा के लिए बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में पैसा जमा करते हैं। अगर आपने फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में पैसा जमा कर रखा है और उसमें से जरूरत के लिए कुछ रकम निकालना चाहते हैं, तो जानें क्या करना होगा।
(फाइल फोटो)
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बैंक एफडी में अलग-अलग होता है टेन्योर
बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम मे पैसा लगाना लोग अच्छा समझते हैं। यहां पैसा सुरक्षित होता है और जमा राशि पर एक यत रिटर्न मिलता है। यह स्कीम मार्केट से लिंक्ड नहीं होती, इसलिए इस पर बाजार के चढ़ाव-उतार का भी कोई असर नहीं होता है। बैंक एफडी में टेन्योर का अलग-अलग ऑप्शन होता है। यह 7 दिन से लेकर 10 साल तक होता है।
(फाइल फोटो)
इमरजेंसी फंड की जरूरत होती है पूरी
बैंक एफडी में जमा धन को इमरजेंसी फंड के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। कोरोनावायरस महामारी में अगर पैसों की दिक्कत हो गई हो तो बैंक एफडी से प्रीमेच्योर विद्ड्रॉल किया जा सकता है।
(फाइल फोटो)
देनी होती है पेनल्टी
बैंक एफडी अकाउंट से प्रीमेच्योर विद्ड्रॉल करने पर पेनल्टी देनी पड़ती है। अलग-अलग बैंकों में यह पेनल्टी अलग हो सकती है। इस मामले में बैंकों ने अपने नियम बना रखें हैं।
(फाइल फोटो)
एफडी अकाउंट खोलते समय विकल्प
बैंक में एफडी अकाउंट खोलते समय ही जमाकर्ता के सामने दो तरह के विकल्प होते हैं। कोई भी प्रीमेच्योर विद्ड्रॉल सुविधा या प्रीमेच्योर विद्ड्रॉल की सुविधा के बिना यह अकाउंट खोल सकता है। एफडी अकाउंट अनिवार्य लॉक-इन पीरियड ऑप्शन के साथ भी खोला जा सकता है।
(फाइल फोटो)
पेनल्टी देकर निकाल सकते हैं पैसा
अगर आपकी एफडी प्रीमेच्योर विद्ड्रॉल सुविधा के साथ खोली गई है तो आप पेनल्टी देकर राशि निकाल सकते हैं। अगर आप चाहें तो पूरी राशि निकाल कर अकाउंट भी बंद कर दे सकते हैं।
(फाइल फोटो)
कितनी लगती है पेनल्टी
एफडी से प्रीमेच्योर विद्ड्रॉल करने पर आम तौर पर बैंक एफडी राशि के 0.55 फीसदी से लेकर 1 फीसदी तक पेनल्टी लेते हैं। एसबीआई की बैंक एफडी से प्रीमेच्योर विद्ड्रॉल करने पर जमाकर्ता को सभी टेन्योर के लिए 5 लाख रुपए से कम राशि की स्थिति में 0.05 फीसदी की पेनल्टी और 5 लाख रुपए से लेकर 1 करोड़ तक की राशि जमा पर 1 फीसदी की पेनल्टी देनी होगी। अगर बैंक में आपकी एफडी 3 लाख रुपए की है, तो आपको जमा में से 1,500 रुपए का जुर्माना और 18 लाख रुपए की एफडी होने पर 18 हजार रुपए का जुर्माना देना होगा।
(फाइल फोटो)
ICICI और HDFC बैंक के नियम
ICICI बैंक की एफडी में प्रीमेच्योर विद्ड्रॉल करने पर 5 करोड़ रुपए से कम जमा और 1 साल से कम टेन्योर पर जमाकर्ता को 0.50 फीसदी का जुर्माना और 1 साल और उससे ज्यादा अवधि पर 1 फीसदी का जुर्माना लगता है। इसी तरह HDFC बैंक में एफडी से प्रीमेच्योर विद्ड्रॉल करने पर 1 फीसदी का जुर्माना लगता है, जिसमें स्वीप इन और आंशिक विद्ड्रॉल शामिल हैं।
प्रीमेच्योर विद्ड्रॉल पर ब्याज का भुगतान
बैंक एफडी पर उस पूरी अवधि के लिए ब्याज का भुगतान करते हैं, जब तक जमा धन उनके पास रहता है। लेकिन यह अकाउंट खोलने के समय उपयुक्त रेट से 0.50 फीसदी या 1 फीसदी कम हो सकता है। HDFC बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट से प्रीमेच्योर विद्ड्रॉल करने पर ब्याज दर उस टेन्योर के लिए लागू होगी, जिसके लिए एफडी को खोला गया था या जिसके लिए डिपॉजिट बैंक के साथ रहा है। इन दोनों में जो भी कम होगा, वह ब्याज के रूप में मिलेगा।
(फाइल फोटो)