Post Office देता है मौका, हर महीने 100 रुपये बचाकर ऐसे बन सकते हैं अमीर
बिजनेस डेस्क। पोस्ट ऑफिस की कई ऐसी स्कीम्स हैं, जिनमें लोग इन्वेस्ट कर अच्छी आमदनी कर सकते हैं। पोस्ट ऑफिस में स्मॉल सेंविंग स्कीम भी सामने आई है। इस खास स्कीम का नाम पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट (RD) है। इमसें न्यूनतम 100 रुपए प्रतिमाह जमा कर अच्छी-खासी रकम जमा की जा सकती है। इसमें रिटर्न बेहतर होने के साथ सेफ भी है।
- FB
- TW
- Linkdin
पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट
इस स्कीम में कोई भी छोटी-छोटी किश्तों में पैसे जमा कर सकता है। इस पर अच्छी ब्याज दर है और यह सरकारी गारंटी वाली स्कीम है। पोस्ट ऑफिस का रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट 5 साल के लिए होता है। वहीं, बैंकों में 6 महीने, साल भर और 3 साल के लिए रेकरिंग अकाउंट खोला जा सकता है। इसमें जमा पैसों पर ब्याज का आकलन हर तिमाही पर होता है। हर तिमाही के अंत में इसे अकाउंट में जोड़ कर उस पर चक्रवृद्धि ब्याज दिया जाता है।
फिलहाल क्या है ब्याज दर
इंडिया पोस्ट की वेबसाइट के अनुसार, फिलहाल रेकरिंग डिपॉजिट पर 5.8 फीसदी ब्याज मिल रहा है। यह दर 1 अप्रैल 2020 ,से लागू की गई है। तमाम स्मॉल सेविंग प्लान में ब्याज की दर हर तिमाही पर घोषित की जाती है।
खोले जा सकते हैं कितने भी खाते
इस योजना के तहत कोई भी व्यक्ति अपने नाम से जितने चाहे, खाते खुलवा सकता है। खाता सिर्फ व्यक्तिगत रूप से खुलवाया जा सकता है, फैमिली या किसी संस्था के नाम पर नहीं। लेकिन दो वयस्क व्यक्ति ज्वाइंट आरडी अकाउंट खुलवा सकते हैं। कोई पहले खोले गए पर्सनल रेकरिंग अकाउंट को कभी भी ज्वाइंट अकाउंट में बदल सकता है। ज्वाइंट आरडी अकाउंट को भी पर्सनल अकाउंट में बदला जा सकता है।
100 रुपए के निवेश से खोला जा सकता है खाता
इस रेकरिंग अकाउंट में मिनिमम 100 रुपए प्रति माह जमा कर खाता खोला जा सकता है। इससे ज्यादा 10 के मल्टीपल में कितनी भी रकम जमा करवाई जा सकती है। मैक्सिमम राशि जमा करने की कोई सीमा नहीं है। इस रेकरिंग खाते में कितनी भी बड़ी रकम जमा करवाई जा सकती है।
बंद भी हो सकता है खाता
इस स्कीम में अगर निर्धारित समय तक किश्त नहीं जमा करवाई गी तो एक प्रतिशत हर महीने की दर से आगे किश्त जमा करवाने पर जुर्मान देना होगा। अगर 4 किश्तें नहीं जमा कराई गई तो खाता बंद कर दिया जाता है। फिर से खाता खोलने के लिए होम पोस्ट ऑफिस में अप्लाई करना होता है और नई किश्त के साथ पिछली तमाम किश्तें पेनल्टी के साथ जमा करवानी पड़ती है।