हर महीने 55 रुपए जमा कर साल में पा सकते हैं 36 हजार, जानिए क्या है स्कीम
बिजनेस डेस्क। जिन लोगों की आमदनी कम है और वे असंगठित क्षेत्र में मेहनत-मशक्कत करके जीवन गुजार रहे हैं, उनके लिए मोदी सरकार ने पेंशन की एक योजना शुरू की है। केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना (Shram Yogi Maandhan Yojana) के तहत 60 साल की उम्र के बाद हर महीने 3000 या सालाना 36 हजार रुपए पेंशन दिए जाने का प्रावधान है। जानें इस स्कीम के बारे में।
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किसे मिल सकती है यह पेंशन
जिन लोगों की मंथली इनकम 15 हजार रुपए से कम है, वे इस योजना से जुड़ सकते हैं। 18 से 40 साल की उम्र तक के लोग सरकार की इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। अगर किसी का ईपीएफ, नेशनल पेंशन स्कीम य ईएसआईसी में पहले से अकाउंट है, तो वे इस सुविधा का लाभ नहीं ले सकते हैं।
55 रुपए महीने से खोल सकते हैं खाता
इस योजना में 55 रुपए प्रति माह जमा करके खाता खोला जा सकता है। अलग-अलग उम्र के लोगों के लिए राशि जमा करने का प्रावधान अलग-अलग है। जो लोग 18 साल की उम्र में इस योजना से जुड़ते हैं, उन्हें हर महीने 55 रुपए का योगदान करना होगा।
ज्यादा उम्र वालों को कितना करना होगा योगदान
अगर कोई 30 साल की उम्र में इस योजना से जुड़ता है, तो उसे हर महीने 100 रुपए का योगदान करना होगा। वहीं, 40 साल की उम्र में योजना से जुड़ने वालों को 200 रुपए का योगदान करना होगा।
कितना होगा आपका निवेश
अगर कोई 18 साल की उम्र में इस योजना से जुड़ता है, तो उसका सालाना योगदान 660 रुपए होगा। 42 साल तक लगातार राशि जमा करने पर कुल निवेश 27,720 का होगा। इसके बाद हर महीने 3000 रुपए की पेंशन आजीवन मिलेगी। इस योजना में जितना योगदान खाताधारक करता है, सरकार भी उतना ही योगदान करती है।
कैसे करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन पेंशन योजना में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाना होगा। वहां आधार कार्ड, बचत खाता या जनधन खाते की जानकारी आईएफएससी कोड के साथ देनी होगी। इसके बाद रजिस्ट्रेशन हो जाएगा और खाता खुल जाएगा। इस योजना में नॉमिनी का नाम भी दर्ज कराया जा सकता है।
मंथली कॉन्ट्रिब्यूशन की जानकारी
एक बार जब आपकी सारी डिटेल कम्प्यूटर में दर्ज हो जाएगी तो मंथली कॉन्ट्रिब्यूशन कितना करना होगा, इसकी जानकारी दे दी जाएगी। शुरुआती योगदान नकद राशि के रूप में करना होगा। खाता खुल जाने के बाद श्रमयोगी कार्ड दिया जाता है।