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एक जुलाई से बदल जाएगा SBI का यह नियम, अब कस्टमर को देना पड़ेगा 75 रुपए तक चार्ज
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एसबीआई ने अपने बयान में कहा- चेक बुक सर्विस के संबंध में, एक वित्त वर्ष में पहली 10 चेक लीफ मुफ्त रहेंगी। इसके बाद 10 लीफ चेक बुक के लिए 40 रुपये और जीएसटी, 25 लीफ चेक बुक के लिए 75 रुपये और जीएसटी और इमरजेंसी चेक बुक के लिए 50 रुपये और जीएसटी वसूला जाएगा।
बैंक ने अपने एक बयान में कहा कि बीएसबीडी खाताधारकों के लिए गैर-वित्तीय लेनदेन और ट्रांसफर ट्रांजैक्शन ब्रांच, एटीएम, सीडीएम (कैश डिसपेंसिंग मशीन) पर फ्री रहेंगे। एसबीआई ने कहा कि 4 फ्री ट्रांजेक्शन के बाद बैंक ब्रांच, एसबीआई एटीएम या अन्य बैंक के एटीएम से कैश निकालने पर हर बार 15 रुपये और जीएसटी शुल्क लिया जाएगा। 4 फ्री ट्रांजेक्शन लेनदेन (एटीएम और ब्रांच सहित) के बाद ये चार्ज लिया जाएगा। इमरजेंसी चेक बुक के लिए 50 रुपये और जीएसटी वसूला जाएगा।
इसी साल अप्रैल में आईआईटी-बॉम्बे द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, एसबीआई ने 2015-20 के दौरान 12 बीएसबीडी खाताधारकों पर सर्विस चार्ज लगाकर लगभग 300 करोड़ रुपये की इनकम पाई है। चार फ्री ट्रांजेक्शन के बाद बीएसबीडी एकाउंट होल्डर्स को हर ट्रांजेक्शन में 17.70 रुपये का शुल्क उचित नहीं है। स्टडी के मुताबिक, एसबीआई के अलावा देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक ने इसी अवधि में अपने 3.9 करोड़ बीएसबीडी खाताधारकों से सर्विस चार्ज के रूप में 9.9 करोड़ रुपये अर्जित किए हैं।
बीएसबीडीए पर चार्ज लगाना सितंबर 2013 के आरबीआई की गाइडलाइन है। निर्देश के अनुसार, इन खाताधारकों को एक महीने में “चार से अधिक निकासी की अनुमति” दी जाती है, बशर्ते बैंक इसके लिए शुल्क नहीं लेता है।
बीएसबीडी एकाउंट वैध केवाईसी डॉक्युमेंट के जारिए किसी का भी खोला जा सकता है। इन खातों की शुरुआत प्राथमिक रूप से समाज के गरीब वर्ग के लिए है ताकि उन्हें बिना किसी शुल्क या फीस के बचत शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।