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Post Office की इस स्कीम में 64 लाख रुपए मिलने की गारंटी, लेकिन बाकी रह गया है कुछ ही दिन का वक्त
बिजनेस डेस्क। इनकम टैक्स में छूट पाने के लिए सरकार की कई योजनाएं हैं। सरकार ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान टैक्स में छूट हासिल करने के लिए विभिन्न योजनाओं में निवेश की समय-सीमा बढ़ा दी है। पहले यह समय सीमा 30 जून थी, लेकिन अब 31 जुलाई तक योजनाओं में निवेश कर टैक्स में छूट का लाभ उठाया जा सकता है। केंद्र सरकार की इन योजनाओं में सुकन्या समृद्धि योजना बहुत ही अच्छी और लाभ देने वाली है। पोस्ट ऑफिस की इस बचत योजना में बेटियों के भाविष्य की सुरक्षा के लिए निवेश किया जा सकता है। यह योजना लड़कियों के लिए ही शुरू की गई है।
| Published : Jun 29 2020, 11:07 AM IST / Updated: Jun 29 2020, 08:56 PM IST
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सबसे ज्यादा ब्याज दर
इस स्मॉल सेविंग्स स्कीम में ब्याज दर सबसे ज्यादा सालाना 7.6 फीसदी है। फिक्स्ड डिपॉजिट, रिकरिंग डिपॉजिट, एनएससी, किसान विकास पत्र और मंथली इनकम स्कीम से इसमें ज्यादा फायदा मिल रहा है। इस योजना में निवेश कर 64 लाख रुपए तक की रकम जुटाई जा सकती है।
कौन खोल सकता है खाता
कोई भी भारतीय नागरिक सुकन्या समृद्धि योजना में अपनी बेटी के नाम पर अकाउंट खोल सकता है। अकाउंट खोलने के लिए बेटी की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए।
कितनी बेटियों के नाम खुल सकता खाता
सुकन्या समृद्धि योजना में एक परिवार की 2 बेटियों के नाम से खाता खोला जा सकता है। 2 से ज्यादा बेटियों के नाम से खाता खोलने के लिए अतिरिक्त दस्तावेज की जरूरत पड़ेगी।
नियम में हुआ है बदलाव
सुकन्या समृद्धि योजना के नियमों में हाल में बदलाव हुआ है। नए नियमों के मुताबिक, अगर 2 से ज्यादा बच्चियों के नाम खाता खुलवाना है तो बर्थ सर्टिफिकेट के साथ एक हलफनामा भी देना होगा। इसके पहले अभिभावक को सिर्फ मेडिकल सर्टिफिकेट देने की जरूरत पड़ती थी।
मेच्योरिटी और ब्याज
सुकन्या समृद्धि योजना में लड़की के अभिभावक को सिर्फ 14 साल तक निवेश करना होता है। अकाउंट की मेच्योरिटी 21 साल में पूरी होती है। 14 साल के बाद बचे हुए 7 साल के दौरान 14 साल के क्लोजिंग बैलेंस पर 7.6 फीसदी सालाना के हिसाब से ब्याज मिलेगा। 21 साल बाद मेच्योरिटी होने पर पूरी रकम मिल जाएगी।
कब होती मेच्योरिटी 25 साल में
इस स्कीम में अगर 4 साल की बेटी के नाम से खाता खोला जाता है, तो इसकी मेच्योरिटी की अवधि 25 साल की होगी। लेकिन अगर बेटी की उम्र 18 साल की हो गई हो तो उसकी शादी के लिए खाते से पैसा निकाला जा सकता है।
पूरी तरह सुरक्षित है निवेश
पोस्ट ऑफिस की बचत योजनाओं में 100 फीसदी निवेश पर सरकार की ओर से सुरक्षा की पूरी गांरटी दी जाती है। इस योजना में एक बार ब्याज लॉक हो जाने पर उसी के हिसाब से रिटर्न मिलेगा, लेकिन बैंक में सिर्फ 5 लाख तक की रकम पर ही बीमा मिलता है। इसका मतलब यह है कि अगर किसी वजह से बैंक डूब गया तो आपके सिर्फ 5 लाख रुपए ही सुरक्षित रहेंगे।
कैसे बनेगा 64 लाख का फंड
सुकन्या समृद्धि योजना में मौजूदा तिमाही के लिए 7.6 फीसदी ब्याज दर तय की गई है। अगर यह ब्याज दर बरकरार रहती है और 14 साल तक आप हर महीने 12,500 रुपए या 1.50 लाख रुपए सालाना (अधिकतम राशि) निवेश करते हैं तो 7.6 फीसदी सालाना कंपाउंड के हिसाब से यह रकम 37,98,225 रुपए हो जाएगी।
मेच्योरिटी पर मिलेगी कितनी रकम
14 साल योजना में निवेश करने के बाद 7 साल तक 37,98,225 रुपए पर 7.6 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से रिटर्न मिलेगा। 21 साल यानी मेच्योरिटी पर यह रकम करीब 63,42,589 रुपए होगी।
ब्याज के रूप में 42.5 लाख का फायदा
इस योजना में 14 साल तक 1.50 लाख सालाना निवेश पर कुल योगदान 21 लाख रुपए का होगा, लेकिन मेच्योरिटी पर करीब 63.5 लाख रुपए मिलेंगे। इस तरह ब्याज के रूप में निवेशकर्ता को 42.5 लाख रुपए का फायदा होगा।
टैक्स छूट का लाभ
सुकन्या समृद्धि योजना में सालाना न्यूनतम 250 रुपए जमा किए जा सकते हैं। इससे पहले सालाना मासिक जमा राशि 1000 रुपए थी। योजना के तहत सालाना कम से कम 250 रुपए और ज्यादा से ज्यादा 1.50 लाख रुपए जमा किए जा सकते हैं। इस योजना में निवेश पर आयकर कानून की धारा 80C के तहत टैक्स से छूट का लाभ मिलता है। अगर बेटी की उम्र 18 साल की हो जाती है तो उसकी पढ़ाई या शादी के लिअ 50 फीसदी राशि निकाली जा सकती है।