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Zomato IPO: सब्सक्रिप्शन करने से पहले जानें इसके मुख्य विवरण, कौन खरीद सकता है शेयर, कितना है प्राइस बैंड
बिजनेस डेस्क. ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जौमेटो (Zomato) की इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) बुधवार को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गए हैं। 9,375 करोड़ रुपये की सार्वजनिक पेशकश इस साल के मोस्ट अवेटेड आईपीओ में से एक है। जो लोग इसमें इन्वेस्ट करना चाहते हैं वो 14 जुलाई तक सब्सक्राइब कर सकेंगे। आईपीओ से पहले, फर्म ने एंकर निवेशकों को 4,195 करोड़ रुपये के शेयर आवंटित किए। लगभग 200 विदेशी कंपनियों के साथ-साथ घरेलू निवेशकों को 76 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से कुल 552 मिलियन से अधिक शेयर आवंटित किए गए थे। बता दें कि पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए आईपीओ खुलने से एक दिन पहले एंकर अलॉटमेंट किया जाता है। आइए जानते हैं जौमेटो के IPO की प्रमुख डिटेल्स।
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ज़ोमैटो आईपीओ KEY DETAILS
Zomato की सार्वजनिक पेशकश में 9,000 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयर (equity shares) जारी करना और इसके सबसे बड़े शेयरधारक इंफो एज इंडिया लिमिटेड द्वारा 375 करोड़ रुपये की बिक्री का प्रस्ताव शामिल है। कंपनी के कर्मचारियों के लिए करीब 65 लाख इक्विटी शेयर रिजर्व किए गए हैं।
कितना है प्राइस बैंड
Zomato ने IPO का प्राइस बैंड 72-76 रुपये प्रति शेयर तय किया है और निवेशक न्यूनतम 195 इक्विटी शेयरों और उसके बाद गुणकों में सदस्यता ले सकते हैं।
कौन खरीद सकता है कितने शेयर
कुल सार्वजनिक पेशकश का 75 प्रतिशत तक योग्य संस्थागत खरीदारों के लिए, 10 प्रतिशत तक खुदरा निवेशकों के लिए और शेष 15 प्रतिशत गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया है। अपर बैंड में कंपनी का मूल्य लगभग 60,000 करोड़ रुपये होगा।
कहां से खरीद सकते हैं
आईपीओ बिक्री का प्रबंधन करने वाले कोटक महिंद्रा कैपिटल, मॉर्गन स्टेनली इंडिया, क्रेडिट सुइस सिक्योरिटीज, बोफा सिक्योरिटीज और सिटीग्रुप ग्लोबल से खरीद सकते हैं। Zomato की योजना IPO से जुटाई गई राशि का उपयोग ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक विकास पहलों और अन्य सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए फंडिंग के लिए करना है।
ज़ोमैटो आईपीओ को विश्लेषण
Zomato IPO पर नज़र रखने वाले विश्लेषक फर्म के लिस्टिंग लाभ के बारे में पॉजिटिव हैं, लेकिन लांग टर्म जोखिमों के बारे में अनिश्चित हैं जो आर्थिक पुनरुद्धार पर निर्भर करते हैं। कई ब्रोकरेज ने ज़ोमैटो द्वारा निर्धारित उच्च मूल्यांकन के बारे में भी चिंता जताई है क्योंकि कंपनी ने कोविड-19 महामारी के कारण वित्त वर्ष 2021 के राजस्व में गिरावट देखी गई थी। रिलायंस सिक्योरिटीज के अनुसार, कंपनी के आईपीओ का मूल्य वित्त वर्ष 2021 के उद्यम मूल्य (enterprise value) के 28 गुना से अधिक है।
खरीदने पर कितना जोखिम
मोतीलाल ओसवाल की एक रिसर्च विश्लेषक स्नेहा पोद्दार ने कहा कि इस समय विकास प्रक्षेपवक्र की भविष्यवाणी करना "थोड़ा मुश्किल" है। पोद्दार ने यह भी कहा कि ज़ोमैटो आईपीओ का मूल्यांकन वैश्विक समकक्षों और घरेलू त्वरित-सेवा रेस्तरां (क्यूएसआर) की तुलना में महंगा प्रतीत होता है। जबकि Zomato को कई फायदे मिलते हैं - नए जमाने की डिजिटल कंपनी होने से लेकर ऑनलाइन फूड डिलीवरी में मजबूत वर्चस्व तक - कुछ जोखिम जुड़े हुए हैं।
कारोबार में विस्तार की कोशिश
कंपनी की योजना अपने कारोबार का तेजी से विस्तार करने की है, इससे उच्च लागत और नुकसान हो सकता है। यह एक और कारण है कि विश्लेषक अगले कुछ वर्षों के लिए कंपनी की भविष्य की लाभप्रदता के बारे में अनिश्चित हैं। दूसरी ओर, विश्लेषकों का यह भी सुझाव है कि जोमैटो के पास अन्य नए जमाने की डिजिटल कंपनियों की तरह मजबूत विकास क्षमता है। विश्लेषकों की मिली-जुली प्रतिक्रियाओं के साथ, आईपीओ को लेकर अनिश्चितता का माहौल है। कुछ ब्रोकरेज फर्मों ने जोमैटो को 'सब्सक्राइब' रेटिंग दी है, उनमें मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट और वेंचुरा सिक्योरिटीज शामिल हैं। इन सभी ने लिस्टिंग गेन का हवाला दिया है। इस बीच, कोटक सिक्योरिटीज और एक्सिस सिक्योरिटीज ने जोमैटो के आईपीओ को कोई रेटिंग नहीं दी है।