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जानिए इंडियन स्टूडेंट मनचाहा करियर चुनने के लिए ऑनलाइन डिग्री की ओर क्यों भाग रहे
एजुकेशन डेस्क। भारत में अब युवा अपनी शर्तों पर शिक्षा हासिल करने के विकल्प की ओर बढ़ रहे हैं। यही नहीं उन्हें अब अपने मनचाहे स्किल को सीखने के लिए टारगेट्स कम करने की जरूरत भी नहीं है। ज्यादा अच्छे अवसर के साथ वे ऐसी डिग्री भी हासिल कर सकते हैं, जो उनकी लाइफ चेंज कर सकती है। यही नहीं, भारत के तमाम बड़ी और सबसे अच्छी ग्लोबल यूनिवर्सिटीज भी ऑनलाइन डिग्री प्रदान करने के तरीके में क्रांति ला रही हैं। वो भी काम कम कीमत पर। यहां हम आपको कुछ अहम वजहें बता रहे हैं, जिसके तहत भारतीय छात्र ऑनलाइन डिग्री हासिल करने के तरीकों पर विचार कर रहे हैं।
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भारत में छात्र ऑनलाइन डिग्रियां हासिल कर अपना बेहतर करियर बना रहे और भविष्य संवार रहे हैं। भारत में छात्रों के लिए सबसे लोकप्रिय ऑनलाइन डिग्री जैसे कि लंदन विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में बीएससी और भारतीय सांख्यिकी संस्थान से एप्लाइड स्टेटिस्टिक्स में ऑनलाइन पीजी डिप्लोमा की डिमांड हमेशा इसी वजह से रहती है। वे छात्रों को हाई डिमांड वाले स्किल से लैस करते हैं। ये वे स्किल हैं जो इंप्लायर अपने इंप्लायी में चाहते हैं। आने वाले समय में ऑनलाइन डिग्रियों को इसी तरह कुछ नए स्किल साथ इंडस्ट्री डिमांड को पूरा करने या मौजूदा गैप को भरने के लिहाज से डिजाइन किया जा रहा है।
परंपरागत रूप से पहले एक बार कोई छात्र साइंस, आर्ट या कॉमर्स सेगमेंट चुन लेता था, तो पीछे मुड़कर उसे बदल नहीं पाता था। हालांकि, राष्ट्रीय शिक्षा नीति यानी नेशनल एजुकेश पॉलिसी के तहत इसमें काफी सुधार हुआ है और यह छात्रों को उनकी प्रतिभा तथा रुचियों के आधार पर शिक्षा का मिश्रण करने की इजाजत देता है। टॉप लेवल पर भारतीय और वैश्विक संस्थानों की कई ऑनलाइन डिग्रियों में ऐसी व्यवस्थाएं की गई हैं, जो योग्यता मानदंड के रूप में शिक्षार्थियों के परफॉरमेंस का परीक्षण करते हैं।
कोरोना महमारी के बाद अनिश्चित वित्तीय स्थितियों में छात्रों के लिए स्ट्रेंथ पहले से कहीं अधिक मायने रखती है। इस वर्ष, लागत बचत को QS इंटरनेशनल स्टूडेंट सर्वे में ऑनलाइन डिग्री प्राप्त करने के टॉप प्रॉफिट में से एक के रूप में स्थान दिया गया। करीब 60 प्रतिशत छात्रों ने इसे ऑनलाइन डिग्री प्राप्त करने का एक कारण बताया। 2021 में यह 56 प्रतिशत था। यानी चार प्रतिशत की इस में बढ़ोतरी हुई है।
शीर्ष विश्वविद्यालयों से ऑनलाइन डिग्री कार्यक्रमों में ट्यूशन लागत अक्सर ऑन-कैंपस डिग्री कार्यक्रमों की तुलना में बहुत कम होती है, जो उन्हें शिक्षार्थियों के लिए बेहद आकर्षक बनाती है। जबकि भारतीय छात्र महत्वपूर्ण मूल्य बिंदुओं के साथ ऑनलाइन डिग्री का चयन कर रहे हैं, वे पाठ्यक्रम की प्रासंगिकता से लेकर निवेश और कैरियर लाभ पर वास्तविक समय की संभावना तक प्रदान करते हुए 'मूल्य' की सावधानीपूर्वक जांच कर रहे हैं, जबकि वे अभी भी कार्यक्रम में हैं।
महामारी के दौरान ऑनलाइन सीखने और वर्क फ्राम होम के मेन स्ट्रीम में आने के साथ भारतीय छात्र अब कहीं से भी ऑनलाइन सीख सकते हैं और हर जगह से इंप्लायर के लिए काम कर सकते हैं। इस नए युग में ऑनलाइन डिग्री छात्रों के पास बढ़त है और ग्लोबल क्लास में वे जो नेटवर्क और कनेक्टिविटी बनाते हैं, वह दुनियाभर में उनके लिए शानदार अवसर लाती है।
जब छात्र ऑनलाइन सीखते हैं, तो उनके पास ज्यादा फ्लेक्सिबल यानी लचीले ढंग से स्पीड, स्टैक और अपने सीखने की प्रक्रिया को बढ़ाने की क्षमता होती है, जो कम चुनौतीपूर्ण डिग्री के जरिए शुरुआत और प्रगति करता है। दुनियाभर के विश्वविद्यालय मास्टर और स्नातक डिग्री को छोटे, स्टैकेबल, मॉड्यूलर क्रेडेंशियल्स सेगमेंट ऑनलाइन ओपन कर रहे हैं। कुल मिलाकर अब एक डिग्री के लिए शिक्षा नहीं ली जा रही बल्कि, यह आप को कई तरीके से सुदृढ़ बना रहा है।