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इन लैंग्वेज को सीख कर हर साल कमा सकते हैं 10 लाख रुपए, 6 महीने से एक साल तक के लिए होता है कोर्स
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कब कर सकते हैं कोर्स
कैंडिडेट्स शॉर्ट टर्म कोर्स कभी भी कर सकते हैं। लेकिन 12वीं के बाद शॉर्ट टर्म कोर्स करने के फायदे होते हैं क्योंकि इससे आप अपने करियर को एक नई दिशा दे सकते हैं। शॉर्ट टर्म फॉरेन लैंग्वेज कोर्सेज छात्रों के लिए फायदेमंद होता है। इसमें सर्टिफिकेट और डिप्लोमा दोनों तरह के कोर्स होते हैं।
क्यों जरूरी होता है फॉरेन लैंग्वेज का कोर्स
अब ज्यादातर विदेशी कंपनियां भारत में अपना व्यापार भारत से ही कर रही हैं। ऐसी कंपनियों के लिए मल्टी लैंग्वेज कैंडिडेट्स की तलाश रहती है। स्थानीय भाषा के साथ-साथ अगर आपसे विदेशी भाषा भी आती है तो ये कंपनी और दोनों के लिए फायदेमंद होता है।
कौन-कौन से भाषाओं की डिमांड
ज्यादातर संस्थानों में विदेश भाषा के लिए डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स संचालित किए जाते हैं लेकिन आपकी रूचि किस भाषा में है ये एक बड़ा सवाल है। वैसे फील्ड में डिमांड की बात करें तो आजकल स्पेनिश, जैपनीज़, जर्मन, फ्रेंच और रशियन भाषा की डिमांड ज्यादा है।
भारत में भी मिलते हैं ऑफर
भारत में फॉरेन लैंग्वेज कोर्स की अच्छी डिमांड है। लैंग्वेंज कोर्स की डिमांड को देखते हुए कैंडिडेट्स अब इस फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं। विदेशी छात्र भी इन कोर्सों को सीखने के लिए भारत के कई संस्थानों में एडमिशन ले रहे हैं। इससे जॉब के कई अवसर बनते हैं।
कहां कर सकते हैं नौकरी
फॉरने लैंग्वेज सीखने के बाद छात्रों के पास पार्ट टाइम औऱ फुल टाइम जॉब के ऑफर आते हैं। लैंग्वेज कोर्स के टीचर के रूप में भी आप किसी संस्थान से जुड सकते हैं। इसके बदले में संस्थान 25 से 30 हजार रुपए तक की सैलरी देते हैं। फॉरने लैग्वेज के टीर 10 साल लाख रुपए सालाना तक का पैकेज लेते हैं। इसके अलावा आप ट्रांसलेटर का भी काम कर सकते हैं। इसके लिए समय-समय में मंत्रालयों में भी भर्ती निकलती रहती है।