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लड़की होने के नाते लोग प्रियंका को सुनाते थे ताने, कहते थे दिल तोड़ देने वाली बात
मुंबई. प्रियंका चोपड़ा आज यानी की 18 जुलाई को अपना 38वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। उनका जन्म आज ही के दिन 1982 में जमशेदपुर में हुआ था। प्रियंका ना सिर्फ बॉलीवुड में ही बल्कि हॉलीवुड में भी अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुकी हैं। लेकिन, जमेशपुर से हॉलीवुड तक का सफर तय करना उनके लिए आसान नहीं था। जब वो अपने करियर में आगे बढ़ रही थीं तो लोग उन्हें हतोत्साहित कर रहे थे। एक्ट्रेस ने बताया कि वो छोटे शहर में पली-बढ़ी हैं, लेकिन उनके सपने बड़े थे।
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सपने बड़े होने का जानने के बाद लोग प्रियंका चोपड़ा से लड़की होने पर अफसोस कराने की कोशिश करते थे और कहते थे कि वो लड़की हैं इसलिए उनके ये सपने कभी भी पूरे नहीं हो सकते हैं। एक्ट्रेस ने ये सारी बातें इस साल आयोजित हुए गर्ल अप समिट में बातचीत के दौरान कही।
मीडिया रिपोर्ट्स में वॉग के हवाले से कहा जा रहा है कि प्रियंका चोपड़ा ने कहा था कि वो खुद को लकी मानती हैं कि उनके परिवार ने उन्हें बड़े सपने देखने के लिए हतोत्साहित नहीं बल्कि प्रोत्साहित किया था।
उन्होंने कहा था कि उने परिवार ने उन्हें यहां तक पहुंचाने में हमेशा उनका साथ दिया है। उन सभी ने एक्ट्रेस को विश्वास दिलाया कि वो भी कर सकती हैं और उन्हें ये समझाने में मदद की कि उन्हें भविष्य को खुद से संभाल सकती हैं।
प्रियंका ने आगे कहा कि कोई भी काम छोटा नहीं होता है, बस कमिटमेंट की जरूरत होती है। एक्ट्रेस ने बताया कि भले ही वर्तमान समय में दुनिया वैश्विक बीमारी से लड़ रही है, लेकिन हॉलीवुड एक्टर चाहते हैं कि महिलाएं आगे आएं। यह एक शुरुआत है कि आगे बढ़ो।
महिलाओं का हौसला बढ़ाते हुए प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि 'आइए हम उसी बदलाव की मांग करें जिसे हम दुनिया में देखना चाहते हैं ताकि अगली पीढ़ी की लड़कियों को हमारे जैसी लड़ाई न लड़नी पड़े।
महिलाओं ने हमारे मतदान, अधिकार और काम के लिए लड़ाई लड़ी है। आज हम इस बारे में सोचते भी नहीं हैं। अब आने वाली पीढ़ी की लड़कियों के लिए ऐसा करने की हमारी बारी है।'
प्रियंका चोपड़ा ने आखिरी में कहा कि भले ही आपकी एक आवाज हो लेकिन उन्हें उम्मीद है कि सभी इसका इस्तेमाल उन सभी लड़कियों के लिए करेंगे जो नहीं कर सकती हैं।
'उन सभी लड़कियों के लिए जिन्हें समान अवसर नहीं दिए गए हैं। लेकिन, अगर हम में से हर एक अपनी आवाज उठाता है तो हम एक ऐसी दुनिया का निर्माण करेंगे जहां कोई लड़की चुप नहीं रहेगी।'