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80 के दशक का वो हीरो जिसे इसलिए छोड़ा परिवार ने, सालों पागलखाने में रहा, अब कहां है किसी नहीं खबर
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राज किरण का जन्म 1949 को मुंबई में हुआ था। 26 साल की उम्र में उन्होंने बीआर इशारा की फिल्म कागज की नांव से डेब्यू किया था। इस फिल्म में राज के साथ सारिका लीड रोल में थी।
1980 में राज किरण की कर्ज सहित 8 फिल्में रिलीज हुईं थी। वे लगातार एक के बाद फिल्में कर रहे थे। लेकिन अचानक वे गुमनामी के अंधेरों में कब खो गए किसी को पता तक नहीं चला।
90 के दशक में इंडस्ट्री में नए चेहरे आए और राज किरण को काम मिलना कम हो गया। ऐसे में घर में लड़ाई-झगड़े होना शुरू हो गए। पत्नी और बच्चों से उन्हें धोखा मिला और वह डिप्रेशन में चले गए। उनका परिवार टूट गया। पत्नी रूपा, बेटी ऋषिका को लेकर अलग रहने लगीं।
2011 में ऋषि कपूर, राज किरण के भाई गोविंद मेहतानी से मिले तो पता चला कि राज पिछले 10-12 साल से अमेरिका के अटलांटा में एक पागलखाने में भर्ती है। उन्होंने बताया था कि राज किरण को उनकी पत्नी और बेटी ने धोखा दिया था, तब से वे डिप्रेशन में चले गए थे और अपना मानसिक संतुलन खो बैठे थे। ऐसा कहा जाता है कि दीप्ति नवल ने उन्हें अमेरिका में टैक्सी चलाते हुए देखा।
वहीं, दूसरी और राज किरण की पत्नी रूपा और बेटी ऋषिका का कहना था कि ऋषि कपूर के दावे में कोई सच्चाई नहीं है। ऋषिका के हिसाब से उनके पिता सालों से गुमशुदा हैं। उनकी तलाश पुलिस और प्राइवेट डिटेक्टिव कर रहे हैं।
राज किरण को 1994 में टीवी पर आखिरी बार शेखर सुमन के सीरियल रिपोर्टर में देखा गया था। अब वे इस दुनिया में हैं भी या नहीं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। उनके बारे में किसी को कुछ भी पता नहीं है।
फिल्मों से दूर होने के बाद राज किरण अपने भाई गोविंद महतानी के साथ न्यूयॉर्क चले गए थे। कहा जाता है कि वो वहां टैक्सी चलाकर गुजारा कर रहे थे। मगर फिर वो इंडिया आए। वो साई बाबा से मिलना चाहते थे। इसी मुलाकात के लिए वो बेंगलुरु गए। लेकिन भीड़भाड़ के बीच वो साई बाबा से नहीं मिल पाए। इवेंट खत्म होने के बाद उन्हें साई बाबा के चैंबर की दीवार फांदते हुए पकड़ा गया। जब लोग उन्हें नीचे उतारने की कोशिश कर रहे थे, तब वो बड़े हिंसक हो गए।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राज किरण साई बाबा के चैंबर में घुसकर उन्हें मारना चाहते थे। इस घटना के बाद उन्हें लोकल पुलिस ने जेल में बंद कर दिया। इस सब के बीच उनकी मानसिक स्थिति बिल्कुल खराब हो चुकी थी। उन्हें मुंबई लाकर भायखला के मसीना मेंटल हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया।
महेश भट्ट बताते हैं कि मेंटल असाइलम से निकलने के बाद राज ने उन्हें फोन किया था। वो फिल्मों में काम चाहते थे। उन्होंने कोशिश की मगर इंडस्ट्री में एक बार किसी शख्स के हिंसक या मानसिक रूप से बीमार होने की खबर फैल गई, तो उसे कोई काम नहीं देना चाहता। आज वे 72 साल के हैं, लेकिन किसी को भी नहीं पता कि वे कहां और किस हाल में है।
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