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पत्नी नीतू से एक पल भी दूर नहीं रह पाते थे ऋषि कपूर, अब खुद ही उन्हें दुनिया में छोड़ गए अकेला
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'हमने तुमको देखा, तुमने हमको देखा ऐसे..हम तुम सनम', 'सातों जनम मिलते रहे हों जैसे..' ऋषि कपूर-नीतू का प्यार और रिश्ता कुछ ऐसा ही था। वो पहली नजर का प्यार नहीं था, लेकिन जब हुआ तो जन्म-जन्म का रिश्ता बन गया। एक अटूट रिश्ता। नीतू ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मौत उन दोनों को यूं जुदा कर देगी।
ऋषि कपूर को चॉकलेटी ब्वॉय भी कहा जाता था। उनकी एक झलक पाने के लिए लड़कियां बेताब रहती थीं, लेकिन उनका दिल तो नीतू सिंह पर आ गया था। वो नीतू, जिसे परेशान किए और चिढ़ाए बगैर ऋषि कपूर को नींद तक नहीं आती थी। नीतू और ऋषि की पहली मुलाकात फिल्म 'जहरीला इंसान' के सेट पर हुई थी। ऋषि की नजर नीतू पर पड़ी और तभी उन्हें लगा कि उनमें कुछ तो खास है।
ऋषि और नीतू का बॉन्ड ऐसा था कि दोस्ती तो दूर वो सेट पर हमेशा लड़ते ही रहते थे, लेकिन कब ये नोंकझोंक दोस्ती और फिर प्यार में बदल गई दोनों में से किसी को भी पता नहीं चला। 14 साल की नीतू को ऋषि से बेपनाह प्यार हो चुका था। ऐसा प्यार जिसके लिए उन्होंने अपनी मां से खूब मार तक खाई थी।
नीतू की मां चाहती थीं कि वह अपने करियर पर ध्यान दें। उन्हें फिल्म इंडस्ट्री के लड़के पसंद नहीं थे। अब प्यार तो प्यार है। नीतू किसी भी सूरत में ऋषि से रिश्ता तोड़ने को राजी नहीं थीं। उन्होंने चुपचाप ऋषि संग अपना रिश्ता कायम रखा और गुपचुप मिलतीं, लेकिन एक दिन नीतू की मां के सामने सारा भेद खुल गया और वो मुसीबत में आ गईं। बताया जाता है कि ऋषि के चक्कर में नीतू की मां ने उन्हें खूब पीटा, लेकिन वह प्यार ही क्या जो पिटाई से कम हो जाए या भुला दिया जाए।
थक-हारकर नीतू की मां उनके और ऋषि के रिश्ते के लिए मान गई, लेकिन कुछ शर्तों के साथ। बताया जाता है कि नीतू की मां उन्हें कभी भी ऋषि के साथ अकेले डेट पर नहीं जाने देती थीं। साथ में वह उनके कजन को भेजती थीं।
नीतू का उस वक्त खुशी का ठिकाना नहीं था जब ऋषि कपूर ने मां के सामने उन्हें शादी के लिए प्रपोज किया, लेकिन चंद पलों में ही वह खुशी गायब हो गई। यह सोचकर कि उनके बाद मां का क्या होगा। नीतू घर में एकमात्र कमाने वाली सदस्य थीं। उन्हें लगा कि वह शादी करके चली गईं तो मां का ख्याल कौन रखेगा, लेकिन ऋषि ने नीतू से शादी करने की ही कसम नहीं खाई थी, बल्कि उनके हर दुख को अपनाया था। शादी के बाद ऋषि कपूर नीतू की मां यानी अपनी सास को भी अपने साथ ले आए।
हालांकि, ऋषि कपूर और नीतू का रिश्ता भी कई उतार-चढ़ावों से गुजरा। 90 के दशक में ऐसी खूब खबरें आईं कि ऋषि कपूर शराबी हो गए हैं, पत्नी नीतू के साथ मार-पिटाई करते हैं। कहा गया कि नीतू ने ऋषि कपूर को तलाक दे दिया है। एक बार तो खबर आई थी कि नीतू ने उन पर मारपीट का आरोप लगाया था। नीतू एक चट्टान की तरह थीं। ऐसी परिस्थितियों में अच्छे-अच्छों का विश्वास डगमगा जाता है, लेकिन ऋषि और नीतू ने अपने रिश्ते को बनाए रखा और खुद के रिश्ते के साथ-साथ बच्चों-रणबीर कपूर और रिद्धिमा का ख्याल रखा।
बेटे रणबीर कपूर के साथ ऋषि कपूर के बॉन्ड को लेकर भी कई बार सवाल उठे। कहा गया कि दोनों के बीच बातचीत तक भी नहीं होती। लेकिन, इन खबरों को तूल देने के बजाय रणबीर और ऋषि कपूर ने हमेशा यही साबित किया कि उनसे अच्छा पापा-बेटा का रिश्ता किसी का हो ही नहीं सकता। 2018 में ऋषि कपूर को कैंसर पता चलने के बाद से रणबीर कपूर जो उनका सहारा बने, उसने उनके बारे में लोगों की राय ही बदल दी। ऋषि कपूर वाकई खुद को खुशनसीब मानते होंगे कि उन्हें नीतू जैसी बीवी और रणबीर जैसा बेटा मिला।
फोटो सोर्स- गूगल।