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ब्वॉयफ्रेंड की मौत के गम से अब तक नहीं उबर पाई संजय दत्त की बेटी, छलक उठा त्रिशाला का दर्द
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त्रिशाला ने सोशल मीडिया यूजर को जवाब देते हुए कहा- मैं अब भी इससे लड़ रही हूं। लेकिन मैंने इसके लिए काफी मदद ली है और अब भी ले रही हूं। कोरोना के चलते मेरा स्पोर्ट ग्रुप अब वर्चुअल हो गया है, मैं अपने थेरेपिस्ट से वर्चुअली ही मिलती हूं। सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए ज्यादातर अपनी फैमिली और फ्रेंड्स के साथ बिता रही हूं और खुद को तलाश रही हूं।
त्रिशाला ने आगे लिखा- ब्वॉयफ्रेंड की मौत के बाद मैंने सोशल मीडिया से लंबे समय तक दूरी बना ली थी। क्योंकि जो भी हुआ उससे बाहर निकलने के लिए मुझे खुद को अकेला छोड़ देने की जरूरत थी। कैसे एक-दूसरे से अलग होकर हमारी जिंदगी बदल गई? मैंने क्या खोया, मुझे इसे जानने की जरूरत थी।
त्रिशाला के मुताबिक, मेरी थेरेपिस्ट मेरी बहुत मदद कर रही हैं। मैं अपने जज्बातों पर धीरे-धीरे कंट्रोल कर रही हूं। इस नुकसान को समझने के लिए मुझे एक साल से ज्यादा का वक्त लगा। इस साल मैं काफी हद तक इस दुख से बाहर निकल सकी हूं। जज्बातों से उबरने के लिए मैं खुद को वक्त दे रही हूं।
त्रिशाला ने लिखा- आज भी मेरे पास ब्वॉयफ्रेंड का टूथब्रश है और वह आज भी अपने ब्वॉयफ्रेंड के टी-शर्ट की खुशबू से उनके होने का अहसास करती हैं। त्रिशाला के मुताबिक, मैं उस वक्त की शुक्रगुजार हूं, जो हम दोनों ने एक साथ गुजारा। इतना ही नहीं वो खुद को खुदकिस्मत मानती हैं कि वो उनकी जिंदगी का हिस्सा थे।
ब्वॉयफ्रेंड की मौत को एक साल होने पर भी त्रिशाला ने सोशल मीडिया पर एक इमोशनल पोस्ट लिखी थी। इसमें उन्होंने कहा था- आज उस दिन को एक साल हो गया जब मेरे पैरों के नीचे की जमीन फट गई थी और मेरी जिंदगी बदल गई थी। मैंने दुख को कम करने के लिए बहुत कुछ किया, टॉक थेरपी से लेकर, सपोर्टिव ग्रुप ज्वॉइन करने तक, किसके साथ और कैसे वक्त बिताना है, यह भी ध्यान रखा।
त्रिशाला ने आगे कहा था कि वो इस घटना पर इतना रो चुकी हैं कि उनके आंसू सूख गए थे। उन्होंने यह सोचकर नौकरी (वह सायकोथेरपिस्ट हैं) छोड़ दी कि वह किसी और की मेंटल हेल्थ का ध्यान कैसे रख पाएंगी, जब उनकी जिंदगी खुद ही तबाह हो रखी है। त्रिशाला ने बताया कि वो कई बार पब्लिक प्लेस पर रो पड़ी हैं और लोग उनसे मदद के लिए पूछने तक आ गए।
इसके साथ ही त्रिशाला ने अपने 3 दोस्तों, थेरेपिस्ट और सपोर्ट ग्रुप का शुक्रिया अदा किया जिन्होंने उन्हें संभाला था। उन्होंने लिखा कि सबके संभलने का प्रॉसेस अलग होता है और वह उन चीजों के आसपास होकर अच्छा महसूस करती हैं, जो त्रिशाला को उनके ब्वॉयफ्रेंड की याद दिलाते हैं।
त्रिशाला ने लिखा था- उनके हाथ से लिखे टेक्स्ट मैसेज, उनका टूथब्रश, उनकी टी-शर्ट जिससे बिल्कुल उनके जैसी स्मेल आती है और वो अपने ब्वॉफ्रेंड के फेवरिट गाने सुनकर भी सुकून पाती हैं।