शौचालय बनवाना चाह रही थी मां-बेटी-बाप-बेटे ने दोनों को सरेआम मार डाला
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दामाद की मौत के बाद बेटी के साथ रहती थी मां
अछोली इलाके के मकान में रामसहाय अपने तीन बेटों के साथ रहता था। 6 महीने पहले इसके एक बेटे की मौत हो गई थी, जिसकी पत्नी सुनीता का अपने जेठ भगतराम टंडन के साथ पिछले कुछ दिनों से जमीन में हिस्से को लेकर विवाद चल रहा था। जिसके चलते सुनीता की मां कमलाबाई तिल्दा से रायपुर आकर अपनी बेटी के साथ ही रह रही थी।
सुनीता को हिस्सा नहीं देना चाह रहा था परिवार
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि परिवार के लोग सुनीता को अपनी संपत्ति में हिस्सा नहीं देना चाहता था। पिछले तीन-चार दिनों से सुनीता घर के पिछले हिस्से में एक शौचालय बनाने की जिद में थी। इस पर उसका भगतराम के साथ झगड़ा भी हुआ।
पिता के उकसाने पर किया ऐसे हत्या
सुनीता ने शनिवार को फिर से काम शुरू किया तो जेठ भगतराम ने विरोध करते हुए उसे थप्पड़ जड़ दिया। इसी बीत ससुर भगत राम के उकसाने पर गुस्से में आकर पास ही रखा फावड़ा उठाया और उसके सिर पर दे मारा। बीच-बचाव करने आई सुनीता की मां कमलाबाई के सिर पर भी फावड़ा से वार कर दिया, जिससे दोनों जमीन पर गिर पड़े महिलाओं के सिर से खून बह रहा था और चंद मिनटों में उनकी मौत हो गई।
समझ नहीं रही थी इसलिए मार दिया
महिला के ससुर रामसहाय और भगत राम को पकड़कर जब पुलिस थाने लेकर आई तो इन्होंने इस पूरी घटना को लेकर कोई पछतावा नहीं दिखाया। दोनों का कहना था कि उसे संपत्ति में हिस्से को लेकर लगातार समझा रहे थे वह मान नहीं रही थी इसीलिए मार दिया और हमें इसका कोई पछतावा नहीं है।