शराब पीकर घर लौटा बेटा, मां ने भी खूब पी रखी थी, सामने आई चौंकाने वाली कहानी
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घर पहुंचकर बेटे ने मां से खाना बनाने को कहा। चूंकि मां भी शराब के नशे में थी, इसलिए उसने मना कर दिया। इसी बात को लेकर दोनों में बहस हुई और फिर बेटे के सिर खून सवार हो गया। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में...
(तस्वीर में इनसेट आरोपी बेटा, महिला दूसरी घटना से जुड़ी है)
बेटे ने मां के चेहरे और सिर पर लकड़ी के बैट से दनादन कई वार किए थे। महिला खून से लथपथ वहीं पड़ी रही। कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया। आगे पढ़ें-पड़ोस में चल रहा था देवी जागरण, इस 'मां' ने घर में अपने ही जवान बेटे की बलि चढ़ा दी
यह मामला मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में पिछले महीने सामने आया था। कोनी गांव में आधी रात एक बुजुर्ग मां ने अंधविश्वास (Superstition) के चलते अपने ही 24 वर्षीय बेटे की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी थी। वो इसे बलि चढ़ाना बताती रही। आरोपी सुनिया बाई मानसिक रूप से बीमार बताई जाती है। वो अकसर यह कहते सुनी जाती थी कि उसे देवी आई हैं। हालांकि उसकी बातों पर किसी ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में
नवरात्र में उसका बेटा द्वारका प्रसाद खाना खाकर सो गया था। उसका पिता बहोरी घर के बाहर सो रहा था। परिवार के अन्य सदस्य पड़ोस में विराजी देवी की झांकी पर चल रहे जागरण में शामिल होने गए थे। इस बीच पुनिया ने कुल्हाड़ी उठाई और बेटे की गर्दन काट दी। इसके बाद उसने पति को जगाकर घटना की जानकारी दी।अपने बेटे की लाश पर मुस्कराते हुए खड़ी पत्नी को देखकर बहोरीलाल कांप उठा। वो दहाड़े मारकर रोने लगा। शोर-गुल सुनकर लोग वहां पहुंचे। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में...
पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी महिला अकसर खुद पर देवी की सवारी आने की बात कहती थी। वो किसी की बलि चढ़ाने की बातें भी करती थी। परिजनों ने बताया कि उसका इलाज भी कराया गया था। मृतक अपने परिवार में 3 संतानों में दूसरे नंबर का था। उसकी बहन मिथलेश की शादी हो चुकी है। वहीं सबसे छोटा भाई 20 वर्षीय रक्कू है।