कोरोना के चलते इस देश में खेलों पर है रोक, लेकिन सेक्स वर्कर्स को दी गई छूट
ज्यूरिक. कोरोना वायरस से पूरी दुनिया जूझ रही है। अब तक करीब 3.67 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। दुनिया के तमाम देशों में लॉकडाउन में अन्य उद्योग जगतों के अलावा सेक्स वर्कर्स के काम पर भी रोक थी। इसके चलते सेक्स वर्कर्स आर्थिक संकट से जूझ रही हैं। लेकिन अब स्विट्जरलैंड में सरकार ने सेक्स वर्कर्स को काम शुरू करने की इजाजत दे दी है। हालांकि, यहां शारीरिक संपर्क वाले खेलों जैसे कुश्ती, जूडो, बॉक्सिंग जैसे खेलों पर अभी भी रोक है। ऐसे में इस फैसले से लोग अभी भी हैरान हैं।
- FB
- TW
- Linkdin
स्विट्जरलैंड में सेक्स वर्कर्स के कामों को वैध माना गया है। यहां 6 जून से ये धंधा फिर से शुरू हो सकेगा। इसके अलावा सरकार ने यहां सिनेमाघर, नाइटक्लब और सार्वजनिक पूल खोलने की भी इजाजत दे दी है। हालांकि, अभी भी नजदीकी संपर्क वाले खेलों पर रोक है।
स्विट्जरलैंड में प्रतिबंधों के चलते 20 हजार सेक्स वर्कर्स प्रभावित थे। लेकिन अब इजाजत मिलने के बाद इन्हें फिर से काम मिल सकेगा। हालांकि, देश के स्वास्थ्य मंत्री इस फैसले को विरोधाभास के तौर पर देखते हैं।
एलेन बर्सेट ने कहा, कुछ हद तक व्यक्तिगत तौर पर लोग संपर्क में आएंगे। लेकिन सुरक्षा नामुमिकिन नहीं है। उन्होंने कहा, इन सर्विसों को पहले ही शुरू किया जा सकता है।
स्विट्जरलैंड में 85 लाख की आबादी है। यहां मामलों में कमी देखी गई है। हालांकि, देश की राजधानी फ्रांस और इटली से जुड़ी है। इसके बावजूद अब यहां हर रोज 20 से कम मामले सामने आ रहे हैं।
स्विट्जरलैंड यूरोप का एक मात्र ऐसा देश है, जिसने मई की शुरुआत में ही दुकानों, रेस्टोरेंट और, स्कूलों को खोलने की इजाजत दी है। यहां सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों में भी ढिलाई की गई है।
स्विट्जरलैंड में कोरोना के अब तक 30 हजार मामले सामने आए हैं। यहां 1919 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, 28300 लोग ठीक हो चुके हैं।