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फर्श से अर्श तक पहुंचा ये क्रिकेटर : पिता चलाते थे ऑटो, आज बेटे ने घर के बाहर खड़ी कर दी BMW
स्पोर्ट्स डेस्क : उन लोगों की कहानी वाकई दिल को छू जाती है, जो जमीन से उठकर आसमान तक का सफर पूरा करते हैं। कुछ ऐसी ही कहानी हैं भारतीय टीम यंग बॉलर मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) की। ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान पिता को खोने के बाद भी इस खिलाड़ी ने जिस तरह से पूरी सीरीज में प्रदर्शन दिखाया वो काबिल-ए-तारीफ हैं। लेकिन क्या आप जानते है सिराज का बचपन बहुत गरीबी में बीता है, उनके पिता ऑटो चालते थे। पिता ने अपनी गरीबी को सिराज के क्रिकेट करियर में रोड़ा नहीं बनने दिया। आज इस खिलाड़ी ने भी पिता के सपने को पूरा कर अपनी मेहनत के दम पर नाम कमाया और जिस घर के बाहर कभी पिता का ऑटो खड़ा होता था, वहां BMW कार लाकर खड़ी कर दी।
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भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीत खेले गए दूसरे टेस्ट में डेब्यू करने वाले मोहम्मद सिराज ने टीम इंडिया की ऐतिहासिक जीत में अहम रोल निभाया। तीन टेस्ट मैचों में सिराज ने सबसे ज्यादा 13 विकेट अपने नाम किए।
उनकी इस शानदार परफॉर्मेंस के बाद हर कोई उनका मुरीद हो गया है। खुद सिराज ने अपनी इस जीत को सेलीब्रेट करने के लिए नई चमचमाती BMW कार अपने आप को गिफ्ट की है।
सिराज ने अपने इंस्टाग्राम पर स्टोरी शेयर करते हुए इस बात की जानकारी दी है और लिखा कि अलहमदुलिल्लाह। जिसका मतलब "अल्लाह के लिए सभी धन्यवाद और तारीफ।"
हालांकि बेटे की इस सफलता को देखने के लिए मोहम्मद सिराज के पिता उनके साथ नहीं हैं, लेकिन जहां भी वो होंगे वहां से बेटे के लिए दुआ जरूर कर रहे होंगे। दरअसल जब सिराज ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थे, तब 20 नवंबर को उनके पिता का निधन हो गया था।
ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतकर भारत पहुंचने के बाद मोहम्मद सिराज सबसे पहले कब्रिस्तान गए और वहां अपने पिता मोहम्मद गोस की कब्र पर फूल चढ़ाए और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
अपनी धुआंधार गेंदबाजी से कंगारुओं के छक्के छुड़ाने वाले सिराज का क्रिकेटर बनने का सपना इतनी आसानी से पूरा नहीं हुआ है। गरीबी के साएं में पले-बढ़े इस बॉलर को कई दिक्कतों को सामना करना पड़ा। लेकिन उनके पिता ने पाई-पाई जोड़कर बेटे का सपना पूरा किया।
सिराज के पिता मोहम्मद गौस एक ऑटो चालक थे। लेकिन पिता ने कभी आर्थिक तंगी को बेटे के क्रिकेटर बनने के सपने के आड़े नहीं आने दिया और तमाम दिक्कतों के बावजूद उन्होंने ऑटो चलाकर बेटे के लिए क्रिकेट की महंगी किट का इंतजाम किया।
बेटे ने भी पिता की मेहनत को बर्बाद नहीं होने दिया और तमाम दिक्कतों के बाद भी उनका सपना पूरा किया। आज उनके बेटे ने फर्श से अर्श तक का सफर पूरा किया और जिस घर के बाहर कभी ऑटो खड़ा होता था, वहां लाकर BMW कार खड़ी कर दी।
सिराज सिर्फ एक शानदार बॉलर ही नहीं बल्कि बेहद नेकदिल इंसान भी है। वह अपने घर के आसपास जरूरतमंद बच्चों को फ्री में क्रिकेट कोचिंग देते हैं। उनका कहना है कि पैसा कभी भी टैलेंट के आगे रोड़ा नहीं बनना चाहिए।