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दिल्ली जीतने के लिए आखिरी राउंड में BJP का मास्टरस्ट्रोक, AAP कांग्रेस के पास नहीं है इसका कोई तोड़
| Published : Feb 06 2020, 12:12 PM IST
दिल्ली जीतने के लिए आखिरी राउंड में BJP का मास्टरस्ट्रोक, AAP कांग्रेस के पास नहीं है इसका कोई तोड़
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पूर्वांचली मतदाता को अपने पाले में लाने के लिए बीजेपी ने बिहार के सभी प्रमुख नेताओं को दिल्ली रण में उतार दिया है। बीजेपी ने बिहार के अपने 40 विधायकों और सभी सांसदों को बिहार के रहने वाले लोगों के वोटों के साधने के लिए लगा दिया है।
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बीजेपी ने विधानसभा सीट के हिसाब से बिहारी नेताओं की टीम बनाई है जो घर-घर जाकर प्रचार कर रही है। बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व खुद बिहारी वोटरों को लेकर बेहद सतर्क है। बिहार बीजेपी की पूरी टीम दिल्ली में कैम्प कर रही है। बीजेपी ने बिहार के 40 विधायक दिल्ली में कैम्प किए हुए हैं और वो बिहारी कालोनियों में लोगों से वन-टू-वन मुलाकात कर पार्टी के पक्ष में वोट देने की अपील कर रहे हैं।
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बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, प्रदेश अध्यक्ष डॉ। संजय जायसवाल, पिछले एक पंद्रह दिनों से दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं। मंत्री मंगल पांडेय, राणा रणधीर, राधामोहन शर्मा, संजय टाइगर, प्रेमरंजन पटेल, अमिता भूषण, पंकज कुमार सिंह, संतोष कुमार, संजय मयूख, संजीव चौरसिया, सुशील चौधरी और प्रवीण चंद्र सहित पार्टी सभी नेता पूर्वांचली बहुल सीटों पर अपनी ताकत लगाए हुए हैं।
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दिल्ली में करीब 25 फीसदी से ज्यादा मतदाता पूर्वांचली हैं। दिल्ली की किराड़ी, बुराड़ी, उत्तम नगर, संगम विहार, बादली, गोकलपुर, जनकपुरी, मटियाला, द्वारका, नांगलोई, करावल नगर, विकासपुरी, सीमापुरी जैसी विधानसभा सीटों पर पूर्वांचली मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं। दिल्ली में पूर्वांचली मतदाताओं को साधने के लिए बीजेपी ने नीतीश कुमार और रामविलास पासवान की पार्टी से गठबंधन भी कर रखा है। नीतीश कुमार के साथ अमित शाह और जेपी नड्डा ने चुनाव प्रचार भी किया।
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गौरतलब है कि 2015 के विधानसभा चुनाव में पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार से ताल्लुक रखने वाले आम आदमी पार्टी के 12 विधायकों ने जीत दर्ज की थी। दिल्ली की लगभग दो दर्जन विधानसभा सीट ऐसी हैं जहां पूर्वांचली वोटर्स निर्णायक साबित हो सकते हैं, यही वजह है कि बीजेपी ने बिहारी की अपनी पूरी फौज को दिल्ली में रण में उतार दिया है।