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गुजरात चुनाव में 27 सालों से अजेय है बीजेपी, जानें ये बड़े कारण....क्या इस बार भी रचा जाएगा इतिहास
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बीजेपी गुजरात की सत्ता में 1995 से लगातार काबिज है। ऐसा नहीं है की बीजेपी को चुनाव में टक्कर नहीं मिलती, विपक्षी पार्टियों से मिलने वाली टक्कर पर गुजरात की जनता का वोट भारी पड़ जाता है यही कारण है की गुजरात में बीजेपी लगातार सत्ता में काबिज है।
एक सवाल के जवाब में गुजरात के गांधीनगर सीट से सांसद और देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि गुजरात की जनता हमें इसलिए पसंद करती है क्योंकि एक जमाने में हमारे यहां चार घंटे ही बिजली मिलती थी। आज के हालात ऐसे हैं कि बिजली कब जाती है लोगों को पता नहीं चलता। आज सबसे ज्यादा स्टार्टअप गुजरात में पंजीकृत होते हैं, सबसे ज्यादा एमएसएमई यहां पंजीकृत होते हैं। पेट्रोलियम, जहाजरानी, बाल विकास, टेक्नोलॉजी, रक्षा, कोई क्षेत्र हो, हमने नई पीढ़ी की अपेक्षाओं, जरूरतों और उनके भविष्य, तीनों को समझा है और उस पर काम किया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि, जब जनता की अपेक्षाओं और समय की जरूरत के हिसाब से आप प्रशासन और पार्टी के सांचे को बदलते रहते हैं, तो मुझे लगता है कि जनता की अपेक्षाओं पर खरे उतरते रहते हैं। यह काम हमने यहां बहुत अच्छी तरह से किया है। इसके पेट्रोलियम, जहाजरानी, बाल विकास, टेक्नोलॉजी, रक्षा, कोई क्षेत्र हो, हमने नई पीढ़ी की अपेक्षाओं, जरूरतों और उनके भविष्य, तीनों को समझा है और उस पर काम किया है। नई पीढ़ी स्वाभाविक ही हमारे साथ जुड़ रही है।
पीएम मोदी का गुजरात मॉडल ही युवाओं को खूब भाता है। गुजरात के कच्छ इलाके में 2001 में आए विनाशकारी भूकंप से बहुत कुछ तबाह हो गया। मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने कई ऐसे प्रयोग किए जिसकी वजह से कुछ समय के भीतर कच्छ प्रगति के पथ पर आगे बढ़ चला।
नरेंद्र मोदी ने गुजरात में निवेश लाने के लिए वाइब्रेंट गुजरात की शुरुआत की। जिसका राज्य को काफी फायदा हुआ। दूसरे राज्यों ने भी इससे प्रेरणा लेते हुए इसकी ओर आगे बढ़े। गुजरात मॉडल को मोदी का गुजरात मॉडल बना। राज्यों में गुजरात की रैंकिग सबसे ऊपर रही।
भाजपा की गुजरात सरकार ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सर्वस्पर्शी, सर्व-समावेशी विकास का एक मॉडल खड़ा किया, जो राज्य के हर एक हिस्से को छूता है। इसके कारण चाहे शिक्षा हो, जल संचय हो, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर, शहरी और ग्रामीण विकास, आदिवासी, दलित, ओबीसी के मामले हो, सब जगह बीजेपी लोगों का दिल जीतने में कामयाब रही।
लेकिन गुजरात चुनाव 2022 में स्थितियां थोड़ी बदली हैं। इस बार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों ने बीजेपी को घेरने का काम किया है। गौरतलब है की 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दिया था। हांलाकि बावजूद इसके बीजेपी ने गुजरात में सरकार बना लिया था।