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प्रयागराज में दिखा मोदी का क्रेज, हाथों में कटआउट लेकर पहुंचीं महिलाएं, पीएम से मिलकर कहा- अब मिलने लगा सम्मान
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Modi) ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश (Uttar Praesh) के प्रयागराज में आयोजित महिला सशक्तिकरण सम्मेलन में पहुंचे। यहां उन्होंने स्वयं सहायता समूहों (SHG) की संचालकों के साथ बातचीत की। इस दौरान महिलाओं द्वारा संचालित 1.60 लाख ‘स्वयं सहायता समूहों' के बैंक खाते में 1000 करोड़ रुपए की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर की। मोदी ने महिलाओं के समूहों से बात करते हुए हर महिला के अनुभव जाने।
प्रधानमंत्री ने बैंक के साथ काम कर रहीं 'बैंक सखी' से पूछा - आपको गांवों में लोग कैसे पहचानते हैं। क्या सम्मान देते हैं... इस पर महिला ने बताया कि कहा - हमारा गांव 60 किमी दूर है। बुजुर्ग जा नहीं पाते हैं। हम उन्हें पैसे निकालकर देते हैं तो वे हमें पैसे देते हैं। हम उन्हें कहते हैं कि हमें पैसे न दो। प्रधानमंत्री मोदीजी को दो।
स्व सहायता समूहों से बाचतीत के साथ मोदी ने सम्मेलन में कहा- बेटियां कोख में ही ना मारी जाएं, वो जन्म लें, इसके लिए हमने‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ'अभियान के माध्यम से समाज की चेतना को जगाने का प्रयास किया। आज परिणाम ये है कि देश के अनेक राज्यों में बेटियों की संख्या में बहुत वृद्धि हुई है। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं नारे लगाती रहीं।
सम्मेलन के दौरान मोदी का क्रेज इस कदर दिखा कि कई महिलाएं हाथ में मोदी के कट आउट लेकर पहुंचीं। सम्मेलन में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, और प्रयागराज की सांसद रीता बहुगुणा जोशी तथा मथुरा की सांसद हेमा मालिनी सहित केन्द्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मोदी ने रिमोट के जरिये ‘कन्या सुमंगला योजना' के तहत एक लाख एक हजार बेटियों के बैंक खातों में 20 करोड़ रुपए की राशि भी ऑलाइन ट्रांसफर की। मोदी ने कहा - उत्तर प्रदेश में पांच साल पहले तक कायम रही अराजकता का सबसे बुरा असर महिलाओं की तरक्की पर पड़ा। 5 साल पहले यूपी की सड़कों पर माफियाराज था। सत्ता में गुंडों की हनक हुआ करती थी। इसका सबसे बड़ा भुक्तभोगी कौन था? मेरे यूपी की बहन बेटियां थीं। उन्हें सड़क पर निकलना मुश्किल हुआ करता था। स्कूल, कॉलेज जाना मुश्किल होता था।