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छठवीं बार बीवी हुई गर्भवती, तो शौहर को तांत्रिक ने बताया खजाने तक पहुंचने का गुप्त रास्ता..और वो निकल पड़ा
जींद, हरियाणा. दिल दहलाने वाली यह घटना किसी भूतियां फिल्मी कहानी से कम नहीं है। यहां एक शख्स ने अपने ही 5 मासूम बच्चों को मौत के घाट उतार दिया। ऐसा करने के लिए उसे एक तांत्रिक ने कहा था। आरोपी की बीवी छठवीं बार गर्भवती हुई थी। शौहर तांत्रिक के पास पहुंचा। वो लंबे समय से तांत्रिक सिद्धियां प्राप्त करने पागलों-सा बर्ताव कर रहा था। वो तांत्रिक शक्तियों के बूते खजाना खोजना चाहता था। तांत्रिक ने आइडिया दिया कि छठवां बच्चा जन्मने से पहले अगर वो फिर से अपने बच्चों की बलि चढ़ा दे..तो उसकी मुराद पूरी हो जाएगी। साइको हो चुके इस हत्यारे पिता ने 15 जुलाई को अपनी दो मासूम बेटियों को मारकर नहर में फेंक दिया। इससे पहले वो 8 साल के अंदर अपने 3 अन्य बच्चों की भी हत्या कर चुका था। दिल दहलाने वाला यह मामला डिडवाड़ा गांव का है। इस मामले का खुलासा इसकी गायब हुईं 2 मासूम बच्चियों की लाशें मिलने के बाद हुआ। बता दें कि सभी बच्चों की उम्र 11 साल से नीचे थी। 15 जुलाई को जब गांव से दो बच्चियां गायब हुईं, तो हड़कंप मच गया था। इन बच्चियों के पिता ने खूब हंगामा किया था। लेकिन जब पिछले दिनों हांसी बुटाना लिंक नहर से बच्चियों के शव मिलें..तब पड़ताल के बाद पिता की हैवानियत सामने आई। गुरुवार को पंचायत के सामने आरोपी पिता जुम्मादीन ने अपना गुनाह कबूल लिया। हालांकि इसके बाद भी उसके चेहरे पर कोई सिकन नहीं थी। पढ़िए चौंकाने वाली कहानी...
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हत्यारे पिता ने पंचायत के सामने बिना किसी पछतावे के कहा कि तांत्रिक सिद्धियां प्राप्त करने तांत्रिक ने बच्चों को मारने के लिए कहा, इसलिए उसने मार दिया। पिछली बार जब हत्यारे जुम्मादीन की पत्नी का गर्भपात हुआ, तो वो उसे तांत्रिक के पास लेकर गया था।
तांत्रिक ने छठवीं बार गर्भवती हुई रीना को देखकर आरोपी से कहा था कि यह मौका है, जब वो तांत्रिक शक्तियां हासिल कर सकता है। अगर वो बच्चे के जन्म से पहले अपने बच्चों की बलि चढ़ा दे, तो उसकी गरीबी दूर हो जाएगी।
जुम्मादीन ने अपनी दो बेटियों मुस्कान (11) और निशा (7) को 15 जुलाई को मारा था। आरोपी ने बताया कि वो दोनों को 14 जुलाई को मारना चाहता था, लेकिन घर के सामने मैकेनिक की दुकान है। दुकान उस दिन देर रात तक खुली रही, इसलिए फिर अगले दिन घटना को अंजाम दिया। आरोपी ने पूरे परिवार को नींद की गोलियां खिला दी थीं। फिर एक बच्ची को बाइक पर आगे बैठाया और सबसे छोटी को पीठ पर कपड़े से बांधकर नहर में ले जाकर फेंक दिया।
18 जुलाई को गांव के एक मूक-बधिर ने निशा का शव साहनपुर के पास गुजर रही हांसी-बुटाना नहर में पड़ा देखा था। उसने इशारे से गांव में जाकर यह बात बताई। इसके बाद 20 जुलाई को मुस्कान का शव भी नहर से मिला। बाद में पूछताछ में जुम्मादीन ने अपने जुर्म कबूल कर लिया।
हत्यारे की पत्नी रीना को लगता था कि किसी दैवीय प्रकोप से उसके बच्चे मर रहे हैं। सालभर पहले जब उसका गर्भपात हुआ, तो आरोपी उसे लेकर कैथल के तांत्रिक के पास गया था। तांत्रिक ने लड़का होने की बात कहकर तंत्र-मंत्र किया था।
डीआईजी अश्विण शेणवी ने बताया कि आरोपी के साथ तांत्रिक को भी गिरफ्तार किया गया है। निशा की जब लाश मिली, तो उसके सिर पर बाल नहीं थे। आरोपी ने तंत्र-मंत्र के लिए उन्हें काट लिया था। पुलिस ने कैंची और बाल बरामद किए हैं।
हत्यारे पिता जुम्मादीन ने 11 साल की मुस्कान और 7 साल की निशा को नींद की गोली खिलाकर बेहोश किया था। फिर उसे नहर में ले जाकर फेंक दिया।
हत्यारे पिता जुम्मादीन ने सालभर पहले दो साल के नबी को सल्फास खिलाकर मार दिया था।
हत्यारे जुम्मादीन ने इस खौफनाक खेल की शुरुआत 8 साल पहले 9 महीने की निशा का गला घोंटकर की थी।
हत्यारे जुम्मादीन ने 15 जुलाई को मुस्कान के साथ 7 साल की इस निशा को भी नींद की गोलियां देकर बेहोश किया था। फिर नहर में फेंक दिया था।
मुस्कान और निशा की लाशें मिलने के बाद इस खौफनाक कांड का खुलासा हुआ।
नहर से जब मुस्कान और निशा की लाश निकाली जा रही थी, तब इस तरह पूरा गांव जुट गया था।