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हरियाणा में एक ही परिवार तीन लोगों ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा-हम जीना चाहते थे..जिंदगी बहुत प्यारी थी
जींद. हरियाणा के जींद से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। जहां एक ही परिवार के तीन लोगों ने जिंदगी से दुखी होकर आत्महत्या करी। मृतकों में पति, पत्नी तथा बेटा शामिल है। इसके घटना के बाद से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। मरने से पहले बेटे ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है। जिसमें लिखा-मैं और मेरा परिवार जीन चाहते थे, लेकिन लोगों ने हम को मरने के लिए मजबूर कर दिया। इसलिए अब हम ना चहाकर भी यह दुनिया छोड़ रहे हैं। क्योंकि मेरे माता-पिता उसके घरवालों से डरे हुए हैं। पढ़िए 20 साल के बेटे की दर्दभरी कहानी...
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दरअसल, यह घटना नरवाना क्षेत्र के गांव धनौरी की है, जहां ओमप्रकाश (48), उसकी पत्नी कमलेश (45) और बेटा सोनू (20) के शव बुधवार को मकान में फांसी के फंदे पर लटके मिले। बताया जा रहा है कि तीनों ने मंगलवार देर रात को फांसी लगाई है। घटना की सूचना मिलते ही गढ़ी थाना पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई। शवों को कब्जे में लेकर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। वहीं एक माह पहले मृतक ओमप्रकाश के भाई बलराज ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली थी। यानि एक महीने के अंदर एक ही घर के चार लोगों की मौत हो गई।
मामले की जांच कर रहे गढ़ी थाना प्रभारी पवन कुमार ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम को सवा माह पहले हुई गांव के एक व्यक्ति नन्हू की हत्या से जोड़ कर देखा जा रहा है। पीड़ित परिवार पर आरोप लग रहा था कि उन्होंने ही मिलकर यह हत्या की है। जबकि वह लगातार कहते रहे कि हमारे किसी घरवाले का इस हत्याकांड से कोई लेना देना नहीं है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि फिलहाल सभी एंगलों से जांच की जा रही है।
वहीं पुलिस को घटना स्थल से जो सुसाइड नोट मिला है, उसमें मृतक दंपति के बेटे सोनू का लिखा-मैं मेरे माता-पिता कातिल नहीं हैं और ना हमें पता नन्हू का मर्डर किसने किया है। मेरे माता पिता नन्हू के घर वालों के डर के चलते मरने को मजबूर हुए हैं। हम लोग नन्हूं के परिवार के दवाब में आकर ऐसा कदम उठा रहे हैं। अंकित के मारपीट की वीडियो घर पर कैमरे में रिकॉर्ड है। मेरी मौत की जिम्मेदार पूरी गली वाले हैं क्योंकि उन्होंने सच का साथ नहीं दिया। उल्टा वो लोग नन्हू के पक्ष रहे।
सोनू ने सुसाइड नोट में आगे लिखा-मुझे अपनी जिंदगी बेहद प्यारी थी। लेकिन गांव वालों का एक तरफा होने के कारण में जिंदगी खत्म कर रहा हूं। मैंने पुलिस के सामने जो बयान दिए हैं वह सही हैं। और मेरे माता पिता नन्हूं के घर वालों के डर से मरे हैं। हमारा नन्हू की हत्या में कोई हाथ नही है। हम आत्महत्या कर रहे हैं। क्योंकि पूरा गांव हमें अपराधी मान रहा है।
सोनू ने आगे लिखा- अंकित आज शराब के नशे में हम लोगों को जान से मारने की धमकी देने के लिए आया था। उसने मेरे माता-पिता से कहा था कि बेटे का कत्ल करवा देंगे। यह सब गांव और गली के लोग सुनते रहे, लेकिन किसी ने ना तो उसे रोका और ना ही हमारी मदद की। इतना ही नहीं जब पुलिस को इस बारे में बताया तो वह उल्टा हमें चुप रहने को बोले, उन्होंने कहा तुम झूठ बोल रहे हो।