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साली के प्यार में 'साइको किलर' बन गया जीजा, घर से गायब होते रहे मासूम बच्चे, पत्नी समझती रही दैवीय प्रकोप
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आरोपी पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। 8 साल पहले उसने अपनी 9 महीने की निशा को इसलिए मार दिया था, क्योंकि वो बेटी थी। हालांकि पुलिस को हत्यारे की कहानियों पर भरोसा नहीं हो रहा है। बता दें कि 15 जुलाई को आरोपी जुम्मादीन की दो मासूम बच्चियां गायब हुई थीं। 18 और 20 जुलाई को बच्चियों की लाश नहर में पड़ी मिली थीं। (तस्वीर में आरोपी की पत्नी रीना है, जो अपने बच्चों की मौत दैवीय प्रकोप समझती रही)
आरोपी का नया बयान
आरोपी जुम्मादीन यह भी कह रहा है कि 4 बच्चों की हत्या उसने साली के प्यार को पाने की। पुलिस ने 15 जुलाई को मारी गईं दोनों बच्चियों की कब्र तो ढूंढ ली, लेकिन बाकी 3 बच्चों की लाशें या कंकाल अब तक नहीं मिल सके हैं।
पहले जानें हत्यारे पिता का नया बयान..
आरोपी जुम्मादीन ने बताया कि वो 7 जुलाई को अपनी ससुराल गया था। तब अपनी साली से मिला था। पुलिस उसकी साली से लेकर परिवार और बाकी करीब 30 लोगों से पूछताछ कर चुकी है। लेकिन कुछ साफ नहीं हो पा रहा है। जुम्मा के भतीजे सुलेमान ने कहा कि इस घटना से पूरा परिवार अचंभित है। साली भी जुम्मा के बयान को नकार रही है। (तस्वीर: आरोपी जुम्मादीन और उसकी पत्नी)
पहले सुनाई थी पुलिस को यह कहानी..
आरोपी जुम्मादीन ने पुलिस से कहा था कि ऐसा करने के लिए उसे एक तांत्रिक ने कहा था। आरोपी की बीवी जब छठवीं बार गर्भवती हुई, तो वो तांत्रिक के पास पहुंचा। वो तांत्रिक शक्तियों के बूते खजाना खोजना चाहता था। तांत्रिक ने आइडिया दिया कि छठवां बच्चा जन्मने से पहले अगर वो फिर से अपने बच्चों की बलि चढ़ा दे..तो उसकी मुराद पूरी हो जाएगी।
तांत्रिक ने छठवीं बार गर्भवती हुई रीना को देखकर आरोपी से कहा था कि यह मौका है, जब वो तांत्रिक शक्तियां हासिल कर सकता है। अगर वो बच्चे के जन्म से पहले अपने बच्चों की बलि चढ़ा दे, तो उसकी गरीबी दूर हो जाएगी।
जुम्मादीन ने अपनी दो बेटियों मुस्कान (11) और निशा (7) को 15 जुलाई को मारा था। आरोपी ने पूरे परिवार को नींद की गोलियां खिला दी थीं। फिर एक बच्ची को बाइक पर आगे बैठाया और सबसे छोटी को पीठ पर कपड़े से बांधकर नहर में ले जाकर फेंक दिया।
18 जुलाई को गांव के एक मूक-बधिर ने निशा का शव साहनपुर के पास गुजर रही हांसी-बुटाना नहर में पड़ा देखा था। उसने इशारे से गांव में जाकर यह बात बताई। इसके बाद 20 जुलाई को मुस्कान का शव भी नहर से मिला था।
हत्यारे की पत्नी रीना को लगता था कि किसी दैवीय प्रकोप से उसके बच्चे मर रहे हैं। सालभर पहले जब उसका गर्भपात हुआ, तो आरोपी उसे लेकर कैथल के तांत्रिक के पास गया था।
डीआईजी अश्विण शेणवी ने बताया कि आरोपी के साथ तांत्रिक को भी गिरफ्तार किया गया है। निशा की जब लाश मिली, तो उसके सिर पर बाल नहीं थे। आरोपी ने तंत्र-मंत्र के लिए उन्हें काट लिया था। पुलिस ने कैंची और बाल बरामद किए हैं।
हत्यारे पिता जुम्मादीन ने 11 साल की मुस्कान और 7 साल की निशा को नींद की गोली खिलाकर बेहोश किया था। फिर उसे नहर में ले जाकर फेंक दिया।
हत्यारे पिता जुम्मादीन ने सालभर पहले दो साल के नबी को सल्फास खिलाकर मार दिया था।
हत्यारे जुम्मादीन ने इस खौफनाक खेल की शुरुआत 8 साल पहले 9 महीने की निशा का गला घोंटकर की थी।
हत्यारे जुम्मादीन ने 15 जुलाई को मुस्कान के साथ 7 साल की इस निशा को भी नींद की गोलियां देकर बेहोश किया था। फिर नहर में फेंक दिया था।
जुम्मा के परिजनों को यकीन ही नहीं हो रहा है कि वो ऐसा निकलेगा। उन्हें भनक तक नहीं हुई और वो अपने ही बच्चों को मारता गया।