माउथवॉश से गरारा करने से खत्म हो जाएगा कोरोना वायरस? जानिए क्या कहती है ये स्टडी
हेल्थ डेस्क. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर देश में तेजी से बढ़ रही है। संक्रमण से बचने के लिए कई तरह के घरेलू दवाएं प्रयोग की जा रही है। इसी बीच एक स्टडी सामने आई है। जर्मनी के वैज्ञानिकों ने एक स्टडी के बाद कहा है कि बाजार में उपलब्ध माउथवॉश (mouthwashes) से गरारा (gargling) करने पर मुंह और गले में मौजूद कोरोना वायरस (Covid-19) की संख्या घट सकती है। जर्मनी के रूह्र यूनिवर्सिटी बीचम ( Ruhr University Bochum in Germany) के रिसर्चर टोनी मीस्टर के अनुसार, गरारे करने से भी संकम्रण को दूर किया जा सकता है।
| Published : May 07 2021, 02:51 PM IST / Updated: May 07 2021, 03:08 PM IST
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ज्यादा समय तक नहीं रहता है असर
स्टडी में दावा किया गया है कि माउथवॉश के उपयोग से कोरोना संक्रमण को कम किया जा सकता है। कोविड-19 वायरस से तभी जीता जा सकता है जब हम अपने मुंह को माउथवॉश से साफ करेंगे। रूह्र यूनिवर्सिटी बीचम की स्टडी टीम के मेंबर टोनी मीस्टर के अनुसार, गरारे करने से संक्रमण को दूर कर सकते हैं, हालांकि इसका असर ज्यादा समय तक नहीं रहता है। , स्टडी में कहा गया है कि माउथवॉश में कुछ ऐसे रसायन मौजूद हैं जो वायरस से लड़ने में हमारी हेल्प करते हैं।
कैसे जाता है वायरस
हालांकि इसे कुछ देर के लिए रोका जा सकता है। वायरस के संक्रमण का मुख्य मार्ग संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या बात करने के दौरान उसकी सांस की बूंदों से सीधे संपर्क में आने से और बाद में उसका संपर्क स्वस्थ व्यक्ति के नाक, मुंह या आंख से होकर गुजरता है।
वायरस खत्म होने का दावा नहीं
स्टडी में मॉउथवॉश के इस्तेमाल से शरीर में कोरोना खत्म होने का दावा नहीं किया गया है। , स्टडी में कहा गया है कि कोरोना मरीजों के मुंह और गले में काफी संख्या में वायरस मौजूद होते हैं। माउथवॉश के इस्तेमाल से वायरस के कण को इनएक्टिवेट किया जा सकता है। मुंह और गले में अगर वायरस की मात्रा घट जाती है तो सीमित अवधि तक संक्रमण का खतरा कम हो सकता है। Journal of Infectious Diseases में यह स्टडी में प्रकाशित की गई है।
क्लिनिकल स्टडी की जरूरत
स्टडी में कहा गया है कि मुख्य रूप से संक्रमण, संक्रमित व्यक्ति की सांस से छोड़े गए वायरस के कण के संपर्क में आने की वजह से होता है। इसलिए संभव है कि माउथवॉश से गरारा करने के बाद इस तरह से संक्रमण की आशंका कम हो जाए। लेकिन इस विषय पर अभी और क्लिनिकल रिसर्च की जरूरत है।
कैसे काम करता है
माउथवॉश के जरिए कोरोना को तभी तक खत्म किया जा सकता है, जब तक कि वह मुंह के अंदर सलाइवा में उपस्थित है। यदि व्यक्ति इस सलाइवा को निगल लेता है और कोरोना वायरस उसके श्वसनतंत्र में प्रवेश कर जाता है। ऐसे में माउथवॉस कोरोना संक्रमण को रोकने में कितना मददगार है यह नहीं कहा जा सकता है।
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