इसी फल से बनती है देसी शराब, एक-दो नहीं, अनगिनत बीमारियों की है दवाई
हेल्थ डेस्क: भारत में काफी लंबे समय से लोग देसी तरीकों से बिमारियों का इलाज करते आ रहे हैं। हल्दी-अदरक से लेकर कई छोटी-छोटी चीजों में भी कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। आपने महुआ का नाम तो सुना ही होगा। भारत में महुआ का उपयोग देसी शराब बनाने के लिए किया जाता है। अब शराब का नाम सुनकर आपको लग रहा होगा कि महुआ तो अच्छी चीज नहीं है। लेकिन आपको बता दें कि महुआ काफी उपयोगी है। इसका कई तरह की बिमारियों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। महुआ खाने में काफी टेस्टी होता है। साथ ही इसके औषधीय गुण इसे चमत्कारिक फल बनाते हैं।
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गठिया जैसी बीमारी ठीक करने में महुआ काफी असरकारी है। अगर आपको गठिया है तो इसकी छाल का इस्तेमाल किया जा सकता है। आप इसे उबाल कर इसका जूस पी सकते हैं। इससे आपको आराम मिलेगा।
महुआ के जूस के अलावा दर्द वाली जगह पर महुआ का तेल लगाएं। इसके लिए महुआ के फूल, जड़ और छाल को सरसों तेल में पका लें। अब इससे दर्द वाली जगह पर मालिश करें। तुरंत आराम मिलेगा।
दांत के दर्द में भी महुआ काफी उपयोगी है। इसके लिए महुआ की छाल का इस्तेमाल करना है। छाल को पीसकर उसमें पानी मिला दें। इससे कुल्ला करने के बाद रस को मसूड़े और दांत पर लगा दें। आपको काफी आराम मिलेगा।
जुकाम में महुआ काफी फायदा पहुंचाता है। अगर सीने में कफ जम गया है, तो महुआ छाल का काढ़ा पिएं। साथ ही इसे किसी भी रूप में आहार में शामिल करें। महुआ जुकाम में काफी फायदेमंद है।
महुआ पेट के कीड़े भी मार देता है। बच्चों को अक्सर पेट में कीड़े हो जाते हैं। महुआ के खाल का काढ़ा पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं। साथ ही आप चाहें तो महुआ की रोटी भी खा सकते हैं।
दस्त और अपच में भी महुआ काफी फायदा पहुंचाता है। महुआ के छाल का रस पीने से आपको दस्त और अपच में आराम मिलेगा।
डायबिटिक लोगों के लिए महुआ अमृत है। महुआ के छाल का रस पीने से शुगर लेवल कम होता है। लेकिन यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि डायबिटिक लोगों को महुआ के फूल का सेवन नहीं करना चाहिए।