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कार के अंदर महिला ने दिया था बच्चे को जन्म, Super Women ने बताई थी डिलीवरी की पूरी कहानी
न्यूयॉर्क. प्रेग्नेंसी के बाद डिलीवरी को लेकर मन में कई तरह के डर होते हैं। नॉर्मल डिलीवरी या सीजर। बच्चे का जन्म कैसे होगा। लेकिन डिलीवरी की कुछ कहानियां ऐसी होती हैं जो चौंकाती हैं। ऐसी डिलीवरी, जहां न कोई हॉस्पिटल होता है। न कोई नर्स होती है। न कोई डॉक्टर होता है। ऐसी ही कहानी पेन्सिलवेनिया की रैलिन स्करी की है। रैलिन ने कार की फ्रंट सीट पर अपने बच्चे को जन्म दिया। उस वक्त न उनके आस-पास कोई डॉक्टर था और न ही कोई नर्स। मेडिकल सुविधाएं भी नहीं थीं। हालांकि की ये घटना साल 2017 की है, लेकिन एक बार फिर से उनकी तस्वीर वायरल हो रही है। कार के अंदर कैसे दिया बच्चे को जन्म....
| Published : Oct 03 2021, 11:54 AM IST
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रैलिन ने डिलीवरी की तस्वीर शेयर करते हुए पूरी कहानी बताई। तस्वीर में दिख रहा है कि बच्चा एमनियोटिक थैली में ही है। बच्चे का नाम ईन जमाल है। 29 हफ्ते में जन्म हो गया। जन्म के वक्त एमनियोटिक थैली टूटी नहीं। बल्कि थैली के साथ ही बच्चा बाहर आ गया था।
एमनियोटिक थैली में तरल पदार्थहोता है जो गर्भ में बच्चे को आराम देने के लिए होता है। इससे बच्चे को सांस लेने में भी मदद मिलती है। डिलीवरी के दौरान थैली टूट जाती है और मां की योनि से तरल पदार्थ निकल जाता है, जिसे वाटर ब्रेकिंग भी कहा जाता है।
29 हफ्ते की प्रेग्नेंसी में रैलिन को उम्मीद नहीं थी कि उनके साथ ऐसा कुछ होने वाला है। उन्हें सिर्फ ब्रेक्सटन हिक्स। जो प्रेग्नेंसी में सामान्य बात है। शुरुआत में वह दर्द को लेकर परेशान नहीं थीं। लेकिन 45 मिनट बाद जैसे जैसे दर्द बढ़ता गया तो उन्होंने हॉस्पिटल जाने का फैसला किया।
रैलिन ने इंस्टाग्राम पर लिखा, लगभग 45 मिनट के बाद दर्द लगातार बढ़ता ही जा रहा था। मैंने फैसला किया कि मुझे तुरन्त अंदर जाना चाहिए। फिर एक वक्त ऐसा आया, जब मुझे लगा कि अब मुझे बच्चो को बाहर निकलने के लिए पुश करना चाहिए। यही सही समय है।
रैलिन ने बताया कि मैंने 911 पर कॉल किया। मैं बहुत डरी हुई थी। मैं हॉस्पिटल में फोन कर अपनी कंडीशन नहीं बता पा रही थी। क्योंकि मैं दर्द में थी। इसलिए मैंने फोन अपने पति को सौंप दिया। मैंने अपनी पैंट उतार दी। फिर एक बार फिर तेजी से पुश किया, जिससे बच्चा बाहर आ जाए। अगले ही पल मेरा बच्चा बाहर था।
रैलिन ने नीचे देखा तो बच्चा अभी भी उसकी एमनियोटिक थैली में सुरक्षित था। मैंने उसके चेहरे को अपने अंगूठे से रगड़ा और उसने अपने छोटे हाथों और पैरों को अपने चेहरे तक खींच लिया। तब मुझे लगा कि सब ठीक है। फिर हम हॉस्पिटल गए।
नोट- न्यूज में इस्तेमाल की गईं सभी तस्वीरें सांकेतिक हैं।
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