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- Siddharth Shukla:रात-रात को उठकर खाते थे इस बीमारी की दवा, कहीं आप तो नजरअंदाज नहीं कर रहे ये लक्षण
Siddharth Shukla:रात-रात को उठकर खाते थे इस बीमारी की दवा, कहीं आप तो नजरअंदाज नहीं कर रहे ये लक्षण
हेल्थ डेस्क : बॉलीवुड एक्टर और बिग बॉस सीजन 13 के विनर सिद्धार्थ शुक्ला (Siddharth shukla) का गुरुवार को निधन हो गया है। 40 साल की उम्र में ही सिद्धार्थ हार्ट की समस्या से परेशान थे, इसके लिए ही उन्होंने बुधवार रात कुछ दवाई भी खाई थीं, लेकिन उसके बाद वह उठ ही नहीं पाए। मुंबई के कूपर अस्पताल ने पुष्टि की है कि उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई है। हार्ट (heart) या दिल हमारे शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। इंसान के सीने में बाईं ओर स्थित हार्ट एक दिन में लगभग एक लाख और एक मिनट में 60-90 बार धड़कता है। इन्हीं धड़कनों में अगर अचानक बदलाव आ जाए तो इससे हार्ट अटैक (heart attack) आ जाता है। आज हम आपको बताते हैं कि आखिर किन कारणों से दिल का दौरा पड़ता है और इसके संकेत क्या हैं?
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आजकल हमारी रूटीन और खराब खानपान के कारण बहुत से लोग हार्ट के मरीज बन रहे हैं और नतीजा असमय आने वाला हार्ट अटैक है। हाल ही में मशहूर अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला का हार्ट अटैक के चलते निधन हो गया है।
दिल का दौरा तब पड़ता है जब अचानक धमनी में रुकावट होती है और दिल की मांसपेशियों में खून के प्रभाव प्रतिबंधित होता है। यह रुकावट मुख्य रूप से कोरोनरी धमनियों में पट्टिका के निर्माण के कारण होता है। दिल का दौरा तब होता है जब रक्त का थक्का जम जाता है जो रक्त प्रवाह को पूरी तरह से प्रतिबंधित करता है।
इसकी शुरुआत धमनियों (Arteries) के अंदर धीरे धीरे प्लैक जमा होने से होती है। प्लैक नसों को संकरा बना देता है, इससे ब्लड सर्कुलेशन होने में परेशानी आती है, जो हार्ट अटैक का कारण बनता है
हार्ट अटैक अचानक जरूर होता है लेकिन इसके लक्षण पहले से नजर आने लगते हैं, जिसे कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसके शुरुआती लक्षण में सबसे पहले से चक्कर आने लगते है। इसके अलावा सांस फूलने की दिक्कत होने लगती है। आपको इस समस्या को अनदेखा नहीं करना चाहिए।
इसके अलावा लेफ्ट हेंड में दर्द होना भी हार्ट अटैक का संकेत होता है। यह दर्द जॉ लाइन यानी जबड़े तक जाता है और पूरे हाथ में होता है। लगातार खांसी होना और हाथ-पैर में सूजन आना, जकड़न, दर्द, मतली, अपच, पेट दर्द, सांसों की कमी, ठंडा पसीना, थकान और चक्कर आना हार्ट की बीमारी के लक्षण होते है।
एक स्टडी में पाया गया है, कि महिलाओं की तुलना में पुरुषों को दिल के दौरे का खतरा अधिक होता है। 45 साल या उससे अधिक आयु के पुरुषों और 55 साल या उससे अधिक उम्र की महिलाओं को दिल का दौरा पड़ने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। हालांकि, तनावपूर्ण जीवन शैली, अनहेल्दी खाना, स्मोकिंग और एल्कोहल के कारण ये किसी भी आयु, उम्र और किसी भी इंसान को हो सकता है।
जब भी किसी को दिल का दौरा पड़ता है, तो समय बर्बाद किए बिना एम्बुलेंस को कॉल करना चाहिए और डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए। जब तक मदद नहीं आती तब तक शांत रहना और धीमी, गहरी सांस लेना चाहिए। मरीज के पास भीड़ नहीं लगाना चाहिए। उसे हवादार जगह पर लेटा देना चाहिए।
दिल के दौरे के दौरान एस्पिरिन लेने से हार्ट डैमेज को कम किया जा सकता है। हालांकि, एस्पिरिन अन्य दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकता है, इसलिए एस्पिरिन तब तक ना लें जब तक कि आपके डॉक्टर इसकी सलह ना दें।
हार्ट अटैक से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप तनाव रहित रहें। इसके अलावा हेल्दी लाइफस्टाइल जैसे- एक्सरसाइज, अच्छा खान-पान जरूरी है। आप स्मोकिंग या शराब का सेवन न करें। रेगुलर हेल्थ चेकअप करवाएं और अपना वजन कंट्रोल में रखें।