वजन बढ़ रहा है, तो बड़ी प्लेट में खाने से तौबा कीजिए, जानिए कुछ उपयोगी टिप्स
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छोटी प्लेट में खाने से कोई जादू नहीं होता। दरअसल, जब आप छोटी प्लेट में खाना परोसते हैं, तो उसमें कम सामग्री आती है। बाद में आप खुद और लेने से बचते हैं। ऐसा अकसर होता है।
फलों और सब्जियों से विभिन्न प्रकार के विटामिन्स और फाइटोकैमिकल्स(केमिकल्स से लड़ने वाले तत्व) मिलते हैं। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और आयु बढ़ती है।
अच्छी नींद से तन-मन स्वस्थ होता है। अंगों को दर्द और बेवजह के तनाव से राहत मिलती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
उपवास शरीर के सभी सिस्टमों को साफ कर देता है। पाचन तंत्र को आराम मिलने से पूरा शरीर संतुलन में आ जाता है।
पानी पाचन क्रिया को अच्छा रखता है। यह रक्त को साफ बनाता है और गंदगी शरी से बाहर निकालता है।
ग्रीन टी में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। यह कोलेस्ट्रोल और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है। यह शुगर के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है।
तली चीजें खाने से वसा बढ़ता है। कैलोरी अधिक मिलती है, जो बिना एक्सरसाइज के पूरी बर्न नहीं होती।
शक्कर का ज्यादा सेवन करने से मेटाबॉलिज्म गड़बड़ा जाता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है, शुगर की परेशानी हो सकती है। पेट में वसा जमने लगता है।
विभिन्न स्टडी से पता चला चलता है कि ब्लैक कॉफी में मौजूद कैफीन का गर्म प्रभाव मोटापे को नियंत्रित करता है। यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। यानी खाने को एनर्जी में बदल देता है। इससे मोटापा नहीं बढ़ता।
अंडे को प्रोटीन, कैल्शियम और ओमेगा-3 फैटी एसिड का अच्छा स्त्रोत माना जाता है। अमीनो एसिड से स्टेमिना बढ़ता है। विटामिन ए से आंखों की रोशनी बढ़ती है। कैलोरी कम मिलती है।