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ऋद्धिमान साहा ने ऐसा क्या किया जो चिढ़ गए ट्विटर यूजर्स, कहा- टीम भले हार जाए रिस्क नहीं लेने का
दुबई. इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें सीजन में आज अबु धाबी के शेख जायद स्टेडियम में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) और सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) के बीच मैच खेला जा रहा है। मनीष पांडे की हाफसेंचुरी के दम पर सनराइजर्स हैदराबाद ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट पर 142 रन बनाए, इस तरह से केकेआर के सामने अब जीत के लिए 143 रनों की चुनौती है। एसआरएच के बल्लेबाज इस मैच में संघर्ष करते हुए नजर आए। केकेआर ने मैच में सात गेंदबाजों का इस्तेमाल किया। पैट कमिंस, वरुण चक्रवर्ती और आंद्रे रसेल ने एक-एक विकेट लिया। आंद्रे रसेल ने मनीष पांडे को आउट कर एसआरएच को तीसरा झटका दिया। ऋद्धिमान साहा 30 रन बनाकर रनआउट हुए। वहीं अपनी स्लो बल्लेबाजी की वजह से ऋद्धिमान साहा ट्रोल हुए।
| Published : Sep 26 2020, 09:58 PM IST / Updated: Sep 26 2020, 10:13 PM IST
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अपनी पारी के दौरान सनराइजर्स हैदराबाद की टीम एक-एक रन के लिए संघर्ष करती नजर आई। मैच के दौरान ही सोशल मीडिया पर बेहद धीमी बैटिंग कर रहे ऋद्धिमान साहा को ट्रोल किया जाने लगा।
सोशल मीडिया पर ट्रोल करते हुए एक यूजर्स ने लिखा रिस्क नहीं लेना का, इसी तरह सोशल मीडिया पर ऋद्धिमान साहा को यूजर्स ट्रोल करते रहे। जिस समय ऋद्धिमान साहा मैदान पर 21 गेंदों पर 15 रन बनाकर खेल रहे थे उसी समय यूजर्स उन्हें ट्रोल करते रहे।
गौरतलब है कि ऋद्धिमान साहा बंगाल की ओर से रणजी मैच खेलते हैं। ऋद्धिमान साहा दाएँ हाथ के बल्लेबाज तथा विकेट कीपर है। ऋद्धिमान साहा 2014 से 2017 तक इंडियन प्रीमियर लीग में किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से खेले, इस दौरान 2014 IPL के फाइनल मैच में शतक लगाकर ऐसा करने वाले पहले बल्लेबाज बन गए थे।
साहा ने फरवरी 2010 में विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। जब उन्हें विकेट-कीपर के रूप में भारतीय टेस्ट टीम में एक स्थायी स्थान मिला, भारतीय टेस्ट टीम में उनके स्थान के बारे में तर्क दिए गए थे, जब इन्होने लंबे समय से सेवा देने वाले एमएस धोनी की जगह ली,
साहा ने भारत के विकेट-कीपर के रूप में 23 टेस्ट खेले हैं, और बल्लेबाजी के मोर्चे पर उनकी संख्या भारत के कुछ पिछले विकेट कीपरों के अनुकूल है। रनों के लिहाज से केवल फारूख इंजीनियर, एमएस धोनी और नयन मोंगिया ने उनसे अधिक रन बनाए थे।