MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • States
  • Jharkhand
  • मां की कब्र की बगल में शहीद बेटे को दफनाया गया, 100 फीट लंबे तिरंगे के साथ जवान को दी अंतिम विदाई

मां की कब्र की बगल में शहीद बेटे को दफनाया गया, 100 फीट लंबे तिरंगे के साथ जवान को दी अंतिम विदाई

साहेबगंज (झारखंड). कश्मीर में हुई भारतीय जवानों और आतंकवादियों की मुठभेड़ में शहीद हुए झारखंड के CRPF जवान कुलदीप उरांव का आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जवान को साहेबगंज के उनके पैतृक गांव में मां की कब्र के बगल में दफनाया गया। उनकी एक झलक देखने के लिए सैकंड़ों लोग पहुंचे हुए थे। हर तरफ भारत माता की जय और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे सुनाई दे रहे थे। युवा उनकी अंतिम यात्रा में 100 फीट से ज्यादा लंबा तिरंगा लेकर चल रहे थे। बता दें कि 118वीं बटालियन में पोस्टेड हेड कॉन्स्टेबल गुरुवार को शहीद हो गए थे।

2 Min read
Asianet News Hindi
Published : Jul 05 2020, 12:10 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
17

दरअसल, रविवार सुबह  8:30 बजे हेलिकॉप्टर से शहीद कुलदीप का पार्थिव शरीर साहिबगंज पहुंचा था। इसके बाद एक घंटे बाद करीब 9:30 बजे जवान की देह को पैतृक आवास आजाद नगर ले जाया गया। जहां उनके घर वर आम लोगों के दर्शन के लिए रखा गया।

27
37

शुक्रवार सुबह आरपीएफ कमांडेंट ने शहीद के पिता को फोन करके इसकी जानकारी दी गई थी। अपने बेटे की शहादत की खबर सुनकर पिता की आंखें भर आईं। लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है। शहीद के पिता घनश्याम उरांव भी सीआरपीएफ में रहे हैं।

47

कुलदीप के पिता घनश्याम उरांव ने बताया था कि उनकी बहू कोलकाता में कांस्टेबल है। कुलदीप के दो छोटे बच्च हैं। पिता ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है, जिसने देश की रक्षा के लिए अपनी जान दी।

57


कुलदीप के पिता और भाई साहेबगंज में रहते हैं। उनके भाई ने कहा कि अपना भाई खोने का दुख है, लेकिन गर्व है कि वो बहादुर था।

67

कुलदीप के पिता वार्ड-28 के पार्षद हैं। वे कहते हैं कि इन आतंकी घटनाओं से सरकार को सबक लेना चाहिए। कश्मीर से आतंकवाद के सफाए के लिए और सख्त मुहिम चलाई जानी चाहिए।

77


कुलदीप के पिता ने बताया कि वह बचपन से सेना में जाना चाहता था। इसके लिए उसने पहले से तैयारी शुरू कर दी थी। वह कहता था कि मैं भी अपने पिता की तरह ही CRPF में जाना चाहता हूं। जब उनका सिलेक्शन हुआ, तब वे बहुत खुश हुए थे।

About the Author

AN
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।
Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved