- Home
- States
- Jharkhand
- इसरो का ऑफर ठुकराया..PM मोदी से भी खास कनेक्शन, कुछ ऐसे हैं केबीसी-13 के पहले कंटेस्टेंट ज्ञानराज
इसरो का ऑफर ठुकराया..PM मोदी से भी खास कनेक्शन, कुछ ऐसे हैं केबीसी-13 के पहले कंटेस्टेंट ज्ञानराज
- FB
- TW
- Linkdin
दरअसल, केबीसी के पहले कंटेस्टेंट ज्ञानराज झारखंड की राजधानी रांची के नगड़ी के रहने हैं और वह यहीं गाव के स्कूल में साइंस के टीचर हैं। जिन्हें लोग प्यार से फिल्म 3 इडियट्स के रैंचो कहते हैं। वह गांव के बच्चों को रोबोटिक्स और ड्रोन्स के बारे में जानकारी देते हैं।
बता दें कि ज्ञानराज ने पढ़ाई में कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग की हुई है। वह एक साइंस के टीचर के साथ युवा साइंटिस्ट हैं भी हैं। साइंस और तकनीकी के बारें में उन्हें इतनी जानकारी है कि 2वीं की परीक्षा के बाद इसरो में शामिल होने का उन्हें ऑफर भी आया था। लेकिन इस दौरान उनकी मां को ब्रेन हेमरेज हो गया और वह इसरो का हिस्सा नहीं बन पाए।
ज्ञानराज का प्रधानमंत्री मोदी से भी खास कनेक्शन है। वह पीएम नरेंद्र मोदी की प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर कमेटी के सदस्य हैं। जो कि पानी के साथ-साथ कई समस्याओं का तलाशते हैं। उन्हें कई नौकरी का फैसला आया, लेकिन उन्होंने नौकरी ना कर अपने गांव के बच्चों के लिए कुछ करने का फैसला लिया।
बता दें कि ज्ञानराज ने अमिताभ बच्चे के 13 सवालों के जबाव दिए। उन्होंने 3,20,000 रुपए की धनराशि जीती। इस तरह वह केबीसी के पहले सीजन के लखपति बने।
ज्ञानराज ने बताया कि उन्होंने कौन बनेगा करोड़पति में जितनी भी राशि जीती है, उसे वह अपने स्कूल में खर्च करेंगे। जीते हुए पैसे से बच्चों के लिए लैब का सामान खरीदेंगे। उनका कहना है कि यहां से पढ़कर निकलने वाले बच्चे रोजगार के जनक बनें।