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मकर संक्रांति की रौनक देखने के लिए एकदम परफेक्ट है ये 8 जगह, एक बार जरूर देखें यहां का सेलिब्रेशन
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तमिलनाडु
तमिलनाडु में संक्रांति को पोंगल के रूप में जाना जाता है। यहां पर ये चार दिनों का त्योहार है जिसे बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। यहां पहला दिन भोगी – पोंगल, दूसरा दिन सूर्य- पोंगल, तीसरा दिन मट्टू- पोंगल और चौथा दिन कन्या- पोंगल के रूप में मनाते हैं। इस दिन मीठे पोंगल और वडई खाने के लिए बनाए जाते है और सड़कों को रंगीन सजावट से सजाया जाता है। यहां पर बैलों को वश में करने की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती है।
आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश में संक्रांति एक प्रमुख त्योहार है। इस त्योहार की पहचान रंग-बिरंगी रंगोली, पायसम और चक्कर पोंगल जैसे पारंपरिक व्यंजनों को पकाने से होती है। यहां पर भी बुल-टैमिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है और सड़कों पर खूब नाच-गाना होता है।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में भी संक्रांति का त्योहार विभिन्न पारंपरिक गतिविधियों के साथ मनाया जाता है। इस दिन रंगीन पतंगों को हवा में उड़ाया जाता है और रात में अलाव और अन्य गतिविधियां जैसे- पारंपरिक डांस और संगीत होता है।
बिहार
बिहार में संक्रांति एक प्रमुख त्योहार है। यहां संक्रांति पर दही चूड़ा खाने की परंपरा है। इसके साथ ही यहां पतंगबाजी और दान-स्नान आदि करके ये पर्व मनाया जाता है।
नेपाल
भारत ही नहीं बल्कि नेपाल में भी संक्रांति का पर्व विशेष रूप से मनाया जाता है। इस दिन अच्छी फसल के लिए लोग ईश्वर को धन्यवाद देते हैं। यहां इस पर्व को फसल का त्योहार या किसानों के त्योहार कहा जाता है।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में संक्रांति के मौके पर गंगा घाटों पर मेलों का भी आयोजन किया जाता है। पूरे प्रदेश में इसे खिचड़ी पर्व या दान के पर्व के नाम से जाना जाता है।
पंजाब और हरियाणा
पंजाब और हरियाणा में संक्रांति से एक दिन पहले इस पर्व को लोहड़ी के रूप में जाना जाता है। जहां लकड़ियों में आग जलाकर अग्नि देव की पूजा की जाती है और तिल, गुड़, चावल और भुने मक्के की उसमें आहुति दी जाती है। लोग एक-दूसरे को तिल की बनी मिठाइयां खिलाते हैं और लोहड़ी लोकगीत और नृत्य करते हैं।
गुजरात
गुजरात में संक्रांति का त्योहार बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है। यहां इस दिन रंग-बिरंगी पतंगें आसमान में उड़ाई जाती है। साथ ही पारंपरिक नृत्य और संगीत भी किया जाता है, और सड़कों पर मिठाई और अन्य खाने के चीजों के स्टालों लगाए जाते हैं।
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