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World Environment Day 2022: कंडोम से लेकर रेजर तक इन 11 घरेलू चीजों से पर्यावरण को पहुंचता है नुकसान

लाइफस्टाइल डेस्क : पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने और इसके महत्व को बताने के लिए हर साल 5 जून को पर्यावरण दिवस (World Environment Day 2022) मनाया जाता है। पिछले कुछ समय में दुनिया भर में बढ़ते प्रदूषण और मानव गतिविधियों के चलते पर्यावरण को बेहद नुकसान पहुंचा है। पृथ्वी और इंसान दोनों ही ईश्वर की दी हुई बेहद अनमोल चीजें हैं। लेकिन इंसान ही पृथ्वी को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। जिसकी शुरुआत कहीं ना कहीं हमारे घर से ही होती है। ऐसे में आज विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर हम आपको बताते हैं ऐसी 11 चीजें (household things) जो आपके घर में मौजूद रहती हैं और कहीं ना कहीं पर्यावरण प्रदूषण के लिए जिम्मेदार होती है। 

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Asianet News Hindi
Published : Jun 05 2022, 06:30 AM IST
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वेट वाइप्स
घरों में इस्तेमाल होने वाली वेट वाइप्स से पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचता है। वेट वाइप्स में भी आमतौर पर प्लास्टिक होता है, जो कागज की तरह पानी में नहीं घुलते हैं, इसलिए अपना चेहरा धोने या घर की सफाई करते समय रियूज होने वाले कॉटन कपड़ों का इस्तेमाल करें।

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सिंगल यूज प्लास्टिक
डिस्पोजेबल कटलरी से लेकर पानी की बोतलें, बैग और फूड रैपिंग तक, प्लास्टिक हर जगह है और इसका निष्पादन कभी नहीं हो पाता है। ये पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते है। ऐसे में सिंगल यूज प्लास्टिक की जगह पेपर बैग और स्टील की बोतलों का यूज करें।

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माइक्रोबीड्स
माइक्रोबीड्स एक मिलीमीटर से कम के ठोस प्लास्टिक कणों से निर्मित होते हैं। ये इतने छोटे होते है कि आसानी से जल निस्पंदन सिस्टम को पार कर सकते हैं और समुद्र में तक में पहुंच जाते है, जो हमारे समुद्री जीवन के लिए बहुत बड़ा खतरा है। रिपोर्ट के अनुसार एक बार की बारिश से 100,000 प्लास्टिक कण समुद्र में प्रवेश कर सकते हैं।

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टेप
शायद आपको नहीं पता होगा कि सेलो टेप का एक छोटा सा टुकड़ा पर्यावरण पर कितना बड़ा प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में आप प्लास्टिक टेप की जगह मास्किंग टेप और सिलोफन जैसे टेप का यूज कर सकते है।

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कंडोम 
परिवार नियोजन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला कंडोम पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचाता है। इसमें इस्तेमाल की जाने वाली प्लास्टिक डिस्पोज नहीं होती है और जानवर इसे खा लेते हैं जो उनके पेट में जाकर बेहद नुकसान पहुंचाता है।

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टी बैग
लगभग हर घर में टी बैग का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन ये टी बैग पर्यावरण के लिए हानिकारक हो सकते हैं। दरअसल, ये टी बैग प्लास्टिक का उपयोग करके सील कर दिया जाता है, जिसका निष्पादन पूरी तरह से नहीं हो पाता है।
 

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लाइट बल्ब
सीएफएल और एलईडी बल्ब में सीसा, तांबा और जस्ता जैसे धातु के अधिक घटक होते हैं, जो पर्यावरण के लिए हानिकारक हो सकते है। ऐसे में जब आप किसी फ्यूज बल्ब को ऐसे ही कचरे में फेंक देते है, तो उससे ना जाने कितनी जीव-जंतुओं को नुकसान हो सकता है।

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सिगरेट
सिगरेट न केवल आपके स्वास्थ्य के लिए खराब हैं बल्कि ये पर्यावरण के लिए भी विनाशकारी हैं। WHO के अनुसार, तंबाकू वनों की कटाई, मिट्टी के कटाव, जल प्रदूषण और कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में वृद्धि जैसी चीजों के लिए जिम्मेदार है। सिगरेट का निर्माण और उत्पादन भी हर साल लाखों टन ठोस कचरा पैदा करता है, और सिगरेट लाइटर के उत्पादन में महत्वपूर्ण प्लास्टिक, धातु और ब्यूटेन शामिल हैं। 

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रेजर
हेयर रिमूव करने के लिए हर घर में जिस रेजर का इस्तेमाल किया जाता है उसे एक दो या ज्यादा से ज्यादा 5 इस्तेमाल करने के बाद आप फेक देते हैं। लेकिन यह रेजर डिस्पोजेबल नहीं होता है। इसकी ब्लेड से लेकर इसमें जो प्लास्टिक से इस्तेमाल किया जाता है वह जीव जंतुओं और अन्य प्राणियों के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है।

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हैंड जेल
अधिकांश जीवाणुरोधी जैल में ट्राइक्लोकार्बन (TCC) और ट्राइक्लोसन (TCS) होते हैं, ये रसायन पर्यावरण के लिए हानिकारक होते है। एक रिपोर्ट के अनुसार, सीवेज और कीचड़ में  60% रसायन पाया जाता है। ये झीलों और नदियों को दूषित करते हैं और जलीय जीवन को नुकसान पहुंचाते हैं।
 

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कुछ सनस्क्रीन
शोध से पता चला है कि कुछ सनस्क्रीन में ऑक्सीबेंज़ोन, पराबैंगनी फिल्टर समेत कुछ ऐसे तत्व होते है, जो विभिन्न समुद्री जीवों के लिए हानिकारक हैं।

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एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।
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