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लग्जरी बाथरूम और सिंहासन पर बैठते कंप्यूटर बाबा, आश्रम से मिला 10 ट्रक सामान बंदूक-बुलेट से क्रीम तक
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कम्प्यूटर बाबा ने अपने इस आश्रम में एक लग्जरी बाथरुम बनाया था। जिस पर प्रशासन ने बुल्डोजर चलाते हुए उसे भी गिरा दिया। इस कार्रवाई के दौरान बाबा को इंदौर के सेंट्रल जेल भेज दिया है, उनको जेल की बैरक नंबर 5 में रखा है, जहां वे आराम से ध्यान की मुद्रा में बैठे हैं। बाबा के 6 सहायकों को भी गिरफ्तार कर जेल में रखा गया है।
एसडीएम अजय देव शर्मा ने बताया कि कम्प्यूटर बाबा के अवैध आश्रम के साथ-साथ बाबा के कई बैंक अकाउंट होने और उनमें असामान्य तरीके से पैसा जमा होने की भी शिकायतें मिली हैं। जिनकी जांच शुरू कर उनके सारे बैंक खाते सील कर दिए गए हैं। इसके अलावा अवैध कमाई के लिए आयकर विभाग की भी मदद ली जा रही है। आश्रम से 315 बोर की बंदूक, एक एयरगन और तलवारें भी मिलीं हैं। जिनकी जांच की जा रही है कि बाबा के पास इनका लाइसेंस था कि नहीं।
बता दें कि नामदेव दास त्यागी के कम्प्यूटर बाबा के नाम के पीछे भी कहानी बताई जाती है। एक संत समारोह में नरसिंहपुर में मंहत नृसिंहदास महाराज ने 1998 में यह नाम रखा था। उनका कहना था कि तेज दिमाग, स्मार्ट वर्किंग व कार्यशैली के कारण उनका नाम कम्प्यूटर बाबा रख दिया। इसके अलावा वह अक्सर अपने साथ लैपटॉप और अन्य गैजेट रखते थे।
कम्प्यूटर बाबा के अवैध आश्रम पर दूसरे दिन चली कार्रवाई के दौरान कई कीमती सामान मिला है। यहां एक सिंहासन नुमा कुर्सी भी मिली है, बताया जाता है कि कम्प्यूटर बाबा जब भी यहां आते थे इसी सिंहासन पर बैठते थे।
वहीं इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि बाबा का यहां पर अवैध कब्जा था। दो महीने पहले उनको नोटिस भी दिया गया था, लेकिन इसे ना तो किसी ने रिसीव किया और नहीं जबाव दिया। तारीख निकल जाने के बाद बाबा के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई। अब इस जमीन पर वास्तव में धार्मिक रूप से विकसित किया जाएगा और गोशाला बनाई जाएगी।
वहीं इस मामले पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष, महामंडलेश्वर नरेंद्र गिरी जी महाराज ने कंप्यूटर बाबा के खिलाफ चल रही इस कार्रवाई को सही बताया है। उन्होंने कहा जिसका नाम ही कंप्यूटर के नाम पर रखा गया हो वह कैसा होगा यह सब को पता चल रहा है। बाबा ने आश्रम के नाम पर एक आलीशान महल बना रखा था। वहीं उनके इस आश्रम से ऐसी भोग विलास की अमर्यादित वस्तुएं मिली हैं जो एक संत के पास नहीं होती हैं।
बता दें कि कम्प्यूटर बाबा के जिस 46 एकड़ जमीन पर अपना आलीशान महल बनाकर रखा था उसकी कीमता आज के समय में 80 करोड़ रुपए है। इस जमीन के ना तो बाबा के पास कोई कागज मिले और ना ही उन्होंने प्रशासन की गाइडलाइ का पालन किया।