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बेटी होने की ऐसी खुशी हर घर में हो: किसान जुड़वां बेटियों और पत्नी को ढोल-नगाड़ों के साथ घर लाया, छू गया दिल
धार (मध्य प्रदेश). एक तरफ जहां भारत की बेटियां हर तरफ अपनी कमायाबी का परचम लहरा रही हैं, लेकिन आज भी कुछ ऐसे लोग हैं जो लड़कियों को बोझ मानते हैं। उनके जन्म पर दुख मनाते और कुछ तो पत्नी को तलाक तक दे देते हैं। लेकिन इसी बीच मध्य प्रदेश के धार जिले से एक दिल को खुश कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां एक परिवार में दो जुड़वा बेटियों को जन्म पर जुलूश निकाला। इतना ही नहीं इन नवजातों और मां को बग्गी में बैठाकर ढोल-नगाड़ों के साथ रथ से घर लाए। देखिए दिल छू जाने वाली तस्वीरें...
| Published : Jan 16 2022, 03:50 PM IST
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दरअसल, बेटियों को सम्मान देने वाली यह पहल धार के कोणदा गांव की है। जहां के रहने वाले एक किसान की मयूर भायल की पत्नी ने चार माह पहले सितंबर में मायके गई हुई थी। यहां महिला ने गणेश चतुर्थी के दिन दो जुड़वां बेटियों ने जन्म दिया है। दोनों का बच्चियों का नाम परिवार ने रिद्धि और सिद्धि रखा है।
बता दें कि शनिवार को किसान अपनी पत्नी और जुड़वां बच्चियों को लेकर अपने गांव लेकर आया है। ससुराल और पति ने नाना के घर से बेटियों को दादा के घर लाने के लिए बड़े धूमधाम से इंतजाम किया था। गांव में माता मंदिर से डीजे और ढोल बाजे के साथ ग्रामीणों ने रिद्धि-सिद्धि का बड़े ही प्यार के साथ स्वागत करते हुए जुलूस निकला।
ससुराल वालों ने अपनी बहू को एक महारानी की तरह घर लेकर आए। करीब दो किलोमीटर तक जुलूस निकाला। बग्गी को फूलों से सजाया गया था। जगह लोग फूलों की बरसा कर उनका स्वागत करने में लगे हुए थे। परिवार के लोग और पड़ोसी बग्गी के सामने झूमते नाचते रहे। जैसे-जैसे जुलूस आगे बढ़ता गया वैसे-वैसे लोग बच्चियों को आशीर्वाद देने के लिए आते रहे।
बता दें कि पति और सुसराल की इस शानदार पहल का वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं। जहां लोग परिवार की तारीफ करते हुए उनको शाबाशी देने में लगे हैं।
गांव ही नहीं आसपास के गांव के लोग परिवार के मुखिया और बच्चियों के दादा जगदीश भायल की सोच की तारीफ करने में लगे हुए हैं। बता दें कि जगदीश भायल की कपड़ों की दुकान है, उनकी दिली इच्छा थी उनकी बहू पोतियों को जन्म दे।