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एक साथ जलीं परिवार के 6 लोगों की चिता, जिंदा बचे शख्स का दर्द-मेरे सामने 2 बेटे, 3 भाई और चाचा चले गए

छतरपुर. मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में रविवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। जहां सेप्टिक टैंक में उतरे एक परिवार के 6 लोगों की करंट लगने से दर्दनाक मौत हो गई। पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। शाम को सभी लोगों की एक साथ चिता जलाई गई। जिसे देख हर शख्स रो पड़ा। पीड़ित परिवार बिलख रहा है। जिस पिता ने अपने दो जवान बेटे और तीन भाई और एक चाचा की चिता को आग दी होगी सोचे उसके दिल पर क्या बीती होगी। आइए जानते हैं उसी शख्स की जुबानी पूरी कहानी... 

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Asianet News Hindi
Published : Jul 11 2021, 08:50 PM IST
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हादसे के वक्त मौके पर मौजदू जगन अहिरवार ने बताया कि  रविवार की सुबह करीब 8 बजे बड़ा बेटा नरेंद्र अहिरवार (25) आया और बोला मैं टैंक की सफाई कर लेते हैं। मैं इसमें उतर जाता हूं, आप लोग बाहर से मेरी मदद करना। जिसके बाद वह टैंक में उतरा तभी वो करंट की चपेट में आ गया। वह चिल्लाने लगा उसकी चीख सुन छोटा बेटा विजय उसे बचाने के लिए दौड़ा, लेकिन उसे पकड़ते ही वह भी करंट की चपेट में आ गया। इस तरह दोनों बेटों की मौत हो गई। मेरे जवान बेटे बुजुर्ग बेटे को छोड़कर चले गई, मैं अब जिंदा रहकर क्या करूंगा..मेरी तो दुनिया ही उजड़ गई।

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दोनों बेटे खो चुके जगन ने बताया कि जगन ने बताया विजय को करंट लगने के बाद मेरे तीन भाई शंकर (34), रामप्रसाद (29), मिलन  (28) और चाचा लक्ष्मण अहिरवार (60) भी एक दूसरे को बचाने के चक्कर में करंट की चपेट में आ गए। इसके बाद पीछे से मैं भी दौड़ा और करंट से झुलस गया। लेकिन तब तक किसी ने बिजली बंद कर दी थी और मेरी जान बच गई। ऐसा बचना भी किस काम का जिसका पूरा परिवार तबाह हो गया, उसकी आंखों के सामने और वह कुछ नहीं कर पाया।
 

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जगन ने बताया कि मेरे बड़े बेटे के बच्चे अभी छोटे-छोटे हैं, उनका रो-रोकर बुरा हाल है, नरेंद्र के दो बच्चे 4 साल और 2 साल के हैं।। बहु बेसुध पड़ी है, बीच में होश आता है तो वह रोने लगती है। वहीं  छोटे बेटे विजय की शादी के लिए लड़की देख रहे थे। हमें क्या पता था कि यह टैंक हमारे परिवार के लिए मौत का गड्डा है।
 

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महुआ झाला गांव में हुई दुर्घटना पर दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि महुआ झाला गांव में शौचालय निर्माण के लिए मिट्टी खोदने के दौरान अहिरवार समुदाय के 6 लोगों की करंट लगने से निधन का दुखद समाचार मिला। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और परिजनों को यह गहन दुःख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति!

 

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