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सुबह घरवालों ने मरा समझ कर दिया अंतिम संस्कार, शाम को लौट आया घर. बोला-मैं तो अभी जिंदा हूं...
श्योपुर (मध्य प्रदेश). कभी आपने सुना है कि जिस शख्स का शमशानघाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया हो वह अचानक जिंदा हो गया हो। लेकिन मध्य प्रदेश के श्योपुर में ऐसी एक गफलत हुई कि जिस युवक की परिजनों ने बिलखते हुए अंत्येष्टि कर दी। वह शाम को अचानक जिंदा लौटकर घर आ गया, जिसे देख घर के ही नहीं पूरे गांव के लोग हैरान हैं। पढ़िए गफलत की यह खबर...
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दरअसल. श्योपुर पुलिस को बड़ौदा गांव में गुरुवार शाम एक अज्ञात शव पड़ा मिला था। जहां उसकी पहचान गांव के लोगों ने 4-5 दिन से लापता युवक दिलीप के रूप की। परिजन ने भी यह बात स्वीकार कर ली और शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया। लेकिन शाम सारा माजरा तब बदल गया जब लापता दिलीप युवक अपने घर लौट आया। जिसे देख परिजन से लेकर पुलिस तक हैरान है। पुलिस का कहना है कि यह चूक आखिर कैसे हो गई कि अज्ञात शव को दिलीप का समझ उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बता दें कि पुलिस को जो अज्ञात शव श्मशान घाट के पास मिला था। उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी, ऐसे में पुलिस ने यह जानकारी और तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर वायरल कर दी। यह तस्वीर देख मृतक के भाई बंटी शर्मा शुक्रवार को पुलिस के पास पहुंचे और शव अपने भाई दिलीप का बताया। पुलिस ने उसका पंचनामा करके अंतिम संस्कार करवा दिया। लेकिन उसी दिन रात 8 बजे वह जिंदा लौटकर आ गया।
मामले पर बात करते हुए थाना प्रभारी देवेंद्र कुशवाह ने बताया कि डेडबॉडी की पहचान बंटी शर्मा ने अपने भाई दिलीप के रूप में की थी। जिसके बाद शव उन्हें सौंपा दिया गया था। लेकिन वह तो जिंदा निकला, अब सवाल यह है कि जिस शव को जला दिया गया था, आखिर वह किसका था। यह पुलसि के लिए एक पहेली बन गई है।
शुक्रवार रात को जब परिजन युवक के मरने का मातम मना रहे थे तभी अचानक दिलीप घर पहुंच गया। जिसको देखकर सब शॉक्ड थे, वह कहने लगा भैया परिवार में कौन मर गया, जिसके लिए आप लोग मातम मना रहे हो। किसी ने कहा तुम तो मर गए थे, कैसे जिंदा हो गए। यह सुनकर बोला-मैं तो अभी जिंदा हूं, घरवालों से गुस्सा होकर दूसरे गांव चला गया था। (दिलीप शर्मा)
दिलीप के परिजनों ने पुलिस को बताया कि उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है। वह आए दिन घर से बिना बाताए निकल जाया करता है। जो कई दिनों तक नहीं लौटता है, इस बार भी वो पिछले 4-5 दिनों से लापता था। जो शव मिला था वह दिलीप की शक्ल से मिलता जुलता था। इसलिए पहचान करने में परेशानी हुई, जिसके चलते यह गफलत हो गई।