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माइनस 4 डिग्री में यूक्रेन से पैदल निकले छात्र, MP की बेटी ने बयां किया दर्द..बस जिंदा बच जाएं..देखिए तस्वीरें
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दरअसल, पिछले दो दिन से वतन वापसी के लिए इंतजार करते हुए छात्रों की हिम्मत टूट चुकी है। मध्यप्रदेश के करीब 20 स्टूडेंट यूक्रेन से शुक्रवार रात 2 बजे पोलैंड निकले। इस दौरान उन्होंने 10 घंटे तक 50 किलोमीटर का पैदल सफर किया। इसी बीच उज्जैन की रहने वाली अनुष्का यादव ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी कर अपना दर्द बयां किया है। अनुष्का ने बताया कि मेरे साथ पैदल चलने वालों में कई स्टूडेंट हैं, जो अपने देश वापस जाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं। हम यहां पर माइनस 4 डिग्री की ठंड में फंसे हुए हैं। लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिली है।
अनुष्का ने कहा- हम किसी तरह पोलैंड बॉर्डर पर तो आ गए, लेकिन अब उनकी समस्या यह है कि पोलैंड में एंटर कैसे करें और भारत कैसे पहुंचें। जैसे-तैसे हमें पोलैंड बॉर्डर पर एक इंडियन एबेंसी का नंबर तो मिला, लेकिन उसे कॉल किया पर अब तक कोई जवाब नहीं मिला है। अगर पोलैंड में प्रवेश नहीं दिया, तो हम भूखे-प्यासे मर जाएंगे। क्योंकि हमारे पास खाने-पीने का इंतजाम नहीं है। यहां के अफसरों का कहना है कि भारतीय दूतावास से बात करने के बाद ही पोलैंड में एंट्री दी जाएगी। हम भारतीय दूतावास के जवाब का इंतजार कर रहे हैं।
अनुष्का ने बताया कि चारों तरफ डर का माहौल है, हर तरफ से बम धमाकों की आवाज सुनाई दे रही है। सड़कों पर कारों की लंबी लाइन लगी है, जो यूक्रेन छोड़कर जा रहे हैं। घंटों सड़कों पर लोग जाम में फंसे हुए हैं। कई भारतीय छात्र पैदल ही पोलैंड बॉर्डर तक पहुंच रहे हैं। जिसमें में अपने दोस्तों के साथ शामिल हूं, सिर्फ एक-एक पानी की बोतल और कुछ खाना हमारे पास था। जो खत्म होने की कगार पर है।
बता दें कि न्यूज़ एजेंसी एएनआई के हवाले से कहा जा रहा है कि एक भारतीय छात्र के मुताबिक, लीव के डैनली हेलित्सकी मेडिकल यूनिवर्सिटी के करीब 40 मेडिकल छात्र पैदल ही पोलैंड बॉर्डर पहुंचने के लिए निकल पड़े हैं।
वहीं गुजरात के अतीत पटेल ने वीडियो जारी कर अपना दर्द बयां किया एक बस वाले ने रात में पोलैंड सीमा से 50 किमी दूर छोड़ था। हमने उसके हाथ-पैर जोड़े, मिन्नतें की लेकिन उसने हमारी एक नहीं सुनी। इसके बाद हम पैदल चले, इस दौरान हम लोगों का सारा खाना खत्म हो चुका था। सिर्फ पानी पीकर ही यह सफर कर रहे हैं।