MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • States
  • Madhya Pradesh
  • इस शख्स से अभागा और कोई नहीं होगा..पहले पत्नी की चिता जलाई..फिर 10 साल के बेटे को दफनाना पड़ा

इस शख्स से अभागा और कोई नहीं होगा..पहले पत्नी की चिता जलाई..फिर 10 साल के बेटे को दफनाना पड़ा

ग्वालियर, कहते हैं इंसान तमाम मुश्किलों का सामान कर सकता है, लेकिन जब उसके अपने ही आंखों के सामने दर्दनाक मौत के शिकार हो जाएं और वह चाहकर भी कुछ नहीं कर सके तो सोचो उसपर क्या गुजरेगी। ऐसा ही दुखों का पहाड़ बनकर टूटा है ग्वालियर बिजनेसमैन साकेत गोयल की जिंदगी में, उनकी पत्नी और बेटा आग में जलकर दर्दनका तरीके से मौत के मुंह में समा गए और वह चीखने-चिल्लाने के अलावा कुछ नहीं कर सके। बता दें कि सोमवार सुबह ग्वालियर में तीन मंजिला मकान में आग लग गई थी, जिसमें एक ही परिवार के 7 लोगों की जान चली गई। 

2 Min read
Asianet News Hindi
Published : May 19 2020, 11:46 AM IST| Updated : May 19 2020, 11:58 AM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
16

तस्वीर में दिखाई दे रहे यह साकेत गोयल की पत्नी प्रियंका और बेटा आर्यन है, जो अब इस दुनिया में नहीं रहे। साकेत गोयल ने पहले बिलखते हुए अपनी पत्नी की चिता को आग लगाई। फिर कांपते हाथों से अपने बेटे को दफनाया। एक दिन में उसका पूरा संसार खत्म हो गया। बता दें कि साकेत की पत्नी 17 मार्च को बेटे  की परीक्षा खत्म होने के बाद अपने मायके झांसी चली गईं थी। लॉकडाउन के चलते वह घर नहीं आ पा रही थी, फिर पति ने उनको लाने के लिए ई-पास बनवाकर 17 मई सुबह अपने ड्राइवर को उनको लाने के लिए भेजा और वह रात 8 बजे लेकर आ भी गया। लेकिन 14 घंटे बाद ही सुबह करीब 10 बजे उसकी पत्नी और बेटे इस भयानक हादसे का शिकार हो गए।

26

वहीं इस भयानक हदासे में साकेत गोयल की बेटी गौरवी सही सलामत बच गई। क्योंकि वह बाहर वाले कमरे में बैठकर टीवी देख रही थी। मासूम बच्ची ने हादसे का मंजर बयां करते हुए बोली-मैं जब टीवी देख रही थी तो दूसरे कमरे से शुभि दीदी और आराध्या दीदी की चीखने की आवाज आई और उनके कमरे से तेज धुआं निकल रहा था। मुझको भी खांसी आने लगी, मैंने बाहर खड़े अंकल को बुलाया और वह मुझको वहां से बाहर लेकर गए। 

36

 चश्मदीदों न बताया कि हादसा इतना भयानक था कि शवों और घायलों को बगल के मकान की दीवार तोड़ने के बाद बाहर निकाला गया।

46

बता दें कि इस मकान में तीन भाईयों जगमोहन गोयल, हरिओम गोयल और जयकिशन गोयल का परिवार रहता था, करीब 16 लोग एक साथ रह रहे थे, लेकिन 7 की इस हादसे में मौत हो गई। पहली और दूसरी मंजिल पर परिवार रहता था और ग्राउंड फ्लोर पर तीनों भाई मिलकर पेंट की दुकान चलाते थे।

56

हादसे में चार साल की आराध्या, आर्यन (10 साल), शुभि (13 साल), आरती (37 साल), शकुंतला  (60 साल), प्रियंका  (33 साल), मधु गोयल पति हरिओम गोयल (55 साल) की मौत हो गई। वहीं एक बच्ची सहित दो लोग घायल हैं।

66

पड़ोसियों ने बताया कि  गोयल परिवार का दो महीने से कामधंधा बंद था। पूरा परिवार अब लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार कर रहा था। लेकिन इससे पहले ही मौत का मातम पसर गया

About the Author

AN
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।

Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved