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लेडी सिंघम ने खुद को मारी गोली, 4 पन्नों के नोट में बताई पूरी दास्तां, जीने की तमन्ना थी..लेकिन मर गई
अमरावती. महाराष्ट्र के अमरावती में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां एक महिला रेंज वन अधिकारी ने आत्महत्या कर ली है। मरने से पहले उन्होंने अपनी मौत की वजह और दर्दभरी दास्तां 4 पन्नों के सुसाइड नोट में लिखकर बताई है। घटना सामने आने के बाद से प्रशान में हड़कंप मच गया है, वहीं इस मामले में एक विभाग के वरिष्ठ अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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दरअसल, अमरावती के मेलघाट टाइगर रिजर्व की वन रेंज में तैनात अधिकारी दीपाली चव्हाण ने शुक्रवार देर रात खुद को सर्विस रिवाल्वर से शूट कर लिया। उन्होंने कथित सुसाइड नोट में महिला ने अपने सीनियर अधिकारी (DCF) विनोद शिवकुमार पर सेक्सुअल हैरेसमेंट और टॉचर्र का आरोप लगाया है। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया गया।
पुलिस ने 28 वर्षीय RFO दीपाली चव्हाण का खून से लथपथ शव टाइगर रिजर्व के पास हरिसल गांव में बने सरकारी क्वार्टर शव बरामद किया। वहीं पास से ही सर्विस रिवाल्वर और सुसाइड नोट मिला। बता दें कि जिस वक्त मृतका ने यह कदम उठाया उस दौरान उनके पति राजेश मोहिते चिखलधारा ड्यूटी पर थे। जो कि चिखलधारा में एक ट्रेजरी ऑफिसर के रूप में पोस्टेड हैं। वहीं उनकी मां अपने रिश्तेदार के यहां सतारा गई हुई थीं। पहुंचने के बाद मां ने दीपाली को कई बार फोन किया, लेकिन उनका नंबर नहीं उठा। जिसके बाद उन्होंने गार्ड को घर भेजा तो पता चला कि उनकी मौत हो चुकी है।
बता दें कि दीपाली चव्हाण अपनी निडरता के लिए जानी जाती थीं, वह एक सख्त और बहादुर अधिकारी थीं। आधी रात को भी जंगल की सुरक्षा में निकल पड़ती थीं। इसलिए इलाके के लोग उनको लेडी सिंघम के नाम से बुलाते थे। इनता ही नहीं उन्होंने अपने छोटे से कार्यकाल में हरिसाल के दो गांवों का कायाकल्प कर उसे पर्यटन के रूप में विकसित कर दिया था। जिसके लिए उनको सम्मानित भी किया गया था।उनका काम करने का अंदाज बाकी अधिकारियों से अलग था। इलाके में वो फेमस हो गई थीं, जिसके चलते उनके ही विभाग के कई सीनियर अधिकारियों की नजरों में दीपाली खटकने लगी थीं।
पुलिस की शुरूआती जांच में पता चला है कि दीपाली अपने सीनियर अधिकारी विनोद शिवकुमार के उत्पीड़न से परेशान थीं। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि विनोद उनके साथ अभद्र व्यवहार करता था और फीजिकल होने के इशारे करता था। इस बारे में मैंने कई बार अपने वरिष्ठ, MTR फील्ड डायरेक्टर, एम.एस. रेड्डी (RFS) को शिकायत कर चुकी थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। विनोद की हरकतें इतनी बढ़ चुकी थीं कि वह सार्वजनिक और निजी तौर पर मुझे सेक्सुअल हैरेसमेंट और टॉचर्र करता था। कई बार दीपाली उसे फटकार भी लगा चुकी थी, लेकिन वो काम के जरिए परेशान करने लगा था। एक महीने की सैलरी भी रोक दी गई थी।
दीपाली ने लिखा कि शिवकुमार उनको छुट्टी नहीं देता था। प्रेग्नेंट होने के बावजूद मुझे जान बूझकर कच्चे रस्ते पर घुमाया। जिसके चलते मेरा अबॉर्शन हुआ। उसके बावजूद मुझे अवकाश नहीं दिया गया। इतना ही नहीं शिवकुमार मुझे, जूनियर्स, गांव वालों, मजदूरों के सामने गालियां दिया करते थे। मुझे देर रात मिलने के लिए बुलाते थे। वह अश्लील बातें करते थे। दीपाली ने अपने चार पन्नों के सुसाइड नोट में आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है, ताकि कोई ओर दूसरा इसका शिकार न बने।
वहीं दीपाली के परिवार ने कहा कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा वह ना तो शव लेंगे और ना ही अंतिम संस्कार करेंगे। पुलिस एक्शन में आई और आरोपी शिवकुमार को नागपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी फरार होने की फिराक में था वह बेंगलुरु के लिए एक ट्रेन में सवार होने के लिए इंतजार कर रहा था।