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बेटा हो तो ऐसा: मां के जन्मदिन पर तोहफे में लेकर आया हैलिकॉप्टर, लोग बोले-यह है आज का श्रवण कुमार
मुंबई. हर बेटा चाहता है कि वह अपने माता-पिता सारी इच्छाएं और उनके सपने पूरे करे। ऐसी एक दिल खुश कर देने वाली कहानी ठाणे जिले के उल्हासनगर से सामने आई है। जहां मां की सालों पुरानी इच्छा पूरी करते हुए उन्हें हेलीकॉप्टर में बैठाकर पूरे शहर का सैर कराया। अपने जन्मदिन पर जब बेटे ने यह सरप्राइज तोहफा दिया तो मां की आंखों से खुशी के आंसु छलक पड़े। पढ़िए कैसे कलयुग का एक बेटा बन गया श्रवण कुमार...
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दरअसल, उल्हासनगर के रहने वाले प्रदीप गरड मां रेखा का मंगलवार को 50वां जन्मदिन था। वह कई दिनों से प्लान कर रहा था कि वह ऐसा क्या तोहफा दे जिसे देखकर मां खुश हो जाएं। फिर दिलीप को सालों पुरानी वह बात याद आई जब मां ने आसमान में उड़ते हैलिकॉप्टर को देखकर कहा था कि हमारी ऐसी किस्मत कहां कि हैलिकॉप्टर में बैठ सकें।
प्रदीप ने मां की इसी इच्छा को पूरी करने के लिए हेलीकॉप्टर राइड का सरप्राइज इंतजाम किया, जिसकी भनक उसने किसी को नहीं लगने दी। फिर वह मां को सिद्धिविनायक ले जाने के बहाने सीधे जुहू के एयरबेस पहुंचा और कहां मां आज आप इसमें सैर करेंगी। इतना सुनते ही उनकी आंखों से आंसू बहने लगे। वह रोती जा रहीं थीं साथ ही कहा भगवान मेरे जैसा बेटा सभी दे।
बता दें कि प्रदीप की मां मूल रूप से महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के बार्शी के रहने वाली हैं। लेकिन शादी के बाद वह उल्हासनगर शिफ्ट हो गईं। उनके तीन बच्चे हैं, जब प्रदीप 11 साल के थे तब पिता की बीमारी की वजह से मौत हो गई। मां को बेटों को पालने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा। यहां तक की दूसरों के घरों में काम तक किया। तब कहीं जाकर वह अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला पाई। जिसका परिणाम यह हुआ कि उनका बड़ा बेटा आज बड़ी पोस्ट पर नौकरी करता है।
प्रदीप ने बताया कि जब में 12 क्लास में था तब मेरे घर के ऊपर एक हैलिकॉप्टर उड़ रहा था। जिसे देख मां ने कहा था कि हम कभी भी जिंदगी में क्या इसमें बैठ पाएंगे। बस उसी दिन मैंने ठान लिया था कि एक दिन मां को हैलिकॉप्टर में सैर कराऊंगा। जब उनका 50वां जन्मदिन आया तो यह आइडिया आया कि क्यों ना मां की बरसों पुरानी इच्छा पूरी की जाए।
एक मां के जन्मदिन और सालों पुरानी इच्छा पूरे करने वाले बेटे की तुलना लोग श्रवण कुमार से कर रहे हैं। पूरे जिले में प्रदीप के तारीफ हो रही है। साथ लोग कह रहे हैं कि भाई बेटा हो तो प्रदीप जैसा।