- Home
- National News
- 19 विधायकों ने हाथ से लिखकर स्पीकर को भेजा इस्तीफा, 18 ने सिर्फ 1 लाइन में लिखी अपनी बात
19 विधायकों ने हाथ से लिखकर स्पीकर को भेजा इस्तीफा, 18 ने सिर्फ 1 लाइन में लिखी अपनी बात
| Published : Mar 10 2020, 06:12 PM IST
19 विधायकों ने हाथ से लिखकर स्पीकर को भेजा इस्तीफा, 18 ने सिर्फ 1 लाइन में लिखी अपनी बात
Share this Photo Gallery
- FB
- TW
- Linkdin
120
कांग्रेस के 18 विधायकों ने सिर्फ 1 लाइन में अपना इस्तीफा भेजा। ये सभी इस्तीफे हाथ से लिखे गए हैं।
220
कांग्रेस के विधायकों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में पार्टी से इस्तीफा दिया है।
320
सिंधिया लंबे समय से कांग्रेस के अंदर खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे थे।
420
सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं में 6 मंत्री भी शामिल हैं।
520
सिंधिया के साथ कुल 17 विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था।
620
कांग्रेस के विधायकों के इस्तीफे का दौर अभी भी जारी है।
720
अब तक कुल 22 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं।
820
आगे भी कांग्रेस के कई विधायक इस्तीफा दे सकते हैं।
920
कांग्रेस के हरदीप सिंह डंग ने सबसे पहले इस्तीफा दिया था।
1020
हाथ से इस्तीफा लिखने वाले विधायकों में इमरती देवी का नाम भी शामिलहै। ये वही इमरती देवी हैं जिन्होंने अपना भाषण कलेक्टर से पढ़वाया था।
1120
18 विधायकों ने अपने इस्तीफे में सिर्फ एक लाइन में एक ही बात लिखी है।
1220
सिंधिया के विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कमलनाथ सरकार का गिरना तय माना जा रहा है।
1320
हालांकि कमलनाथ के पाले वाले नेता अभी भी फ्लोर टेस्ट में पास होने का दावा कर रहे हैं।
1420
सीएम कमलनाथ ने अभी तक इस मामले पर कोई बयान नहीं दिया है। हालांकि, उनकी सरकार का भंग होना तय माना जा रहा है।
1520
सिंधिया के पाले वाले नेताओं के पार्टी से इस्तीफा देने से पहले कमलनाथ ने अपने साथ खड़े सभी मंत्रियों से इस्तीफा ले लिया था।
1620
हाथ से इस्तीफा लिखने वाले नेताओं में सिर्फ कमलेश जाटव ने ही एक लाइन से ज्यादा लिखा।
1720
सिंधिया के साथ अब तक 22 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। इससे कांग्रेस पार्टी मध्यप्रदेश में काफी कमजोर हुई है।
1820
मध्यप्रदेश में नेताओं के इस्तीफे के बाद राज्सथान में भी उथल पुथल हो सकती है।
1920
राज्सथान में भी सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर राजनीतिक खीचतान जारी है।
2020
भाजपा सिंधिया को राज्यसभा सांसद बना सकती है, जबकि तुलसी सिलावट को राज्य का उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।